कन्नौज: फर्रुखाबाद से कन्नौज के बीच इलेक्टिक ट्रेन का ट्रायल किया गया. इस दौरान सफतलापूर्वक 58 किमी. का सफर 40 मिनट में तय किया गया. सीआरएस की रिपोर्ट के बाद रेलवे बोर्ड इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की कार्ययोजना तैयार करेगा. यह जानकारी इलेक्ट्रिक ट्रेन का ट्रायल परीक्षण के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे के रेल संरक्षा आयुक्त और इज्जतनगर बरेली के डीआरएम ने दी.
पूर्वोत्तर रेलवे के रेल संरक्षा आयुक्त मो. लतीफ खान और डीआरएम दिनेश सिंह ने कन्नौज पहुंचकर इलेक्ट्रिक ट्रेन को 115 किमी/घंटा की स्पीड से दौड़ाकर देखा. सीआरएस की रिपोर्ट मिलने के बाद सुधार कराए जाएंगे. इसके बाद यह रिपोर्ट सीआरएस की ओर से रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी. इसके बाद बोर्ड आगे की कार्ययोजना तय करेगा.
उन्होंने कहा कि कन्नौज-फर्रुखाबाद के बीच कुछ जगहों पर सुधार की जरूरत है, इसके लिए निर्देश दिए गए हैं. नेकपुर चौरासी के समीप पुल नीचा होने से इलेक्ट्रिक ट्रेन कॉशन देकर निकाली जाएगी. रास्ते में हाई वोल्टेज, अर्थिंग, तार के खिंचाव, ब्रैकेट, इंसूलेटर सहित अन्य चीजों की भी बारीकियों से देखा गया है, जिसकी जांच भी प्रमुखता से की गयी है. जहां-जहां खामियां नजर आयी हैं उसके लिए इरकॉन कंपनी के अधिकारियों को सुधार के निर्देश दिए गए.
इसे भी पढ़ें- महराजगंजः रोडवेज बस और बोलेरो की आमने सामने टक्कर, दो की मौत
स्पीड ट्रायल के बाद कन्नौज रेलवे स्टेशन पहुंचने पर ब्रेक डाउन कराकर भी देखा गया. इसमें मथुरा से कल्याणपुर तक विद्युतीकरण का कार्य कराया गया. मथुरा-कासगंज-कल्याणपुर रेल खंड 338 किलोमीटर है, जिसको लेकर विद्युतीकरण के लिए वर्ष 2016-17 के बजट में 432.99 करोड़ की स्वीकृति मिली थी. इस पूरे कार्य को करने के लिए मैसर्स इरकान इंटरनेशनल लिमिटेड को जिम्मेदारी दी गयी है.
कन्नौज से फर्रूखाबाद के बीच में रेल विद्युतीकरण के सम्बन्ध में सीआरएस का निरीक्षण हुआ है. कमिश्नर ऑफ रेल सेफ्टी साहब सेफ्टी की समस्याओं का निरीक्षण करेंगे और उसके बाद वह स्पीड ट्रायल भी करेंगे. इसके बाद से वह अथराइजेशन लेटर जारी करेंगे, उसके बाद से सब विद्युत गाड़ियां चल सकेंगी.
-मो.लतीफ खान, रेल संरक्षा आयुक्त