कन्नौज: राजकीय मेडिकल कॉलेज तिर्वा में तैनात स्टाफ नर्सों ने सहकर्मी पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया है. साथ ही सहकर्मी नर्स पर झूठा आरोप लगाकर 7 कर्मियों का स्थानांतरण कराने का भी आरोप लगाया है. नर्सों ने डीएम से मुलाकात कर दोषी नर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर भी नर्स पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है. नर्सों ने कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगवाने की भी मांग की है.
मंगलवार को मेडिकल कॉलेज में तैनात स्टाफ नर्स कुसुम मौर्या की अगुवाई में करीब 12 नर्स कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचीं. स्टाफ नर्सों ने सहकर्मी स्टाफ नर्स पर धमकी देने, झूठे मुकदमे में फंसाने, काम में अवरोध उत्पन्न करने जैसे गंभीर आरोप लगाकर डीएम राकेश कुमार मिश्रा से न्याय की गुहार लगाई है. स्टाफ नर्सों ने दिए शिकायती पत्र में कहा है कि साल 2015 से वीना त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स के पद पर तैनात है. वह पहले मैट्रन का कार्य संभाल रही थीं, लेकिन काम में लापरवाही मिलने पर राजकीय नर्सेस संघ ने वरिष्ठ मैट्रन की मांग कर दी थी.
पांच सहकर्मियों पर झूठा आरोप लगाया
आरोप है कि उन्होंने बीते 25 नवम्बर 2015 को पांच सहकर्मियों पर झूठा आरोप लगाकर न्यायालय में मुकदमा दर्ज करवा दिया था. उसके बाद राजकीय नर्सेस संघ ने वीना त्रिपाठी के भ्रष्टाचार की जानकारी महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को दे दी. उसके बाद से स्टाफ नर्स प्रति वर्ष स्टाफ के कर्मचारियों पर झूठा मुकदमा कर उन्हें फंसा देती हैं. सात कर्मियों पर झूठा आरोप लगाकर स्थानांतरण तक करवा दिया.
मेडिकल कॉलेज प्रशासन नहीं कर रहा कार्रवाई
स्टाफ नर्स का आरोप है कि सहकर्मी की शिकायत करने पर भी मेडिकल कॉलेज प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. वीना त्रिपाठी अब दोबारा स्टाफ को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रही हैं. सभी पर दबाव बनाकर रुपये ऐंठना चाह रही हैं. इसके अलावा नर्सों ने डीएम से सीसीटीवी लगवाने की गुहार लगाई है. डीएम से जांच का आश्वसन मिलने के बाद सभी नर्स वापस लौट गईं.