कन्नौज: कोरोना महामारी के चलते जनरल ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया है. सपा कार्यकर्ताओं ने बंद पड़ी जनरल ट्रेनों को फिर से चालू करने की मांग करते हुए रेलवे स्टेशन पर जमकर हंगामा किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार पर रेलवे को उद्योगपतियों को बेचने का आरोप भी लगाया. साथ ही ट्रेनों का संचालन शुरू न होने पर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी. इसके बाद स्टेशन मास्टर को रेलवे मंडल प्रबंधक के नाम का ज्ञापन सौंपा. कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस रेलवे स्टेशन पर तैनात रही.
ये है पूरा मामला
सोमवार को पूर्व विधायक कल्यान सिंह दोहरे और पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव की अगुवाई में संजय दुबे, अमित मिश्रा समेत दर्जनों कार्यकर्ता कन्नौज रेलवे स्टेशन पहुंच गए. वहां उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर केंद्र सरकार पर रेलवे का निजीकरण कर उद्योगपतियों को बेचने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा. सपाइयों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए करीब आठ माह से बंद पड़ी जनरल ट्रनों का संचालन शुरू करने की मांग की.
रेलवे मंडल प्रबंधक के नाम दिया ज्ञापन
विरोध प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ताओं ने स्टेशन मास्टर को रेलवे मंडल प्रबंधक के नाम ज्ञापन सौंपा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कोरोना महामारी का फायदा उठाकर रेलवे का निजीकरण करने में जुटी है. अडानी और अंबानी से मोदी की दोस्ती है. इसी बहाने रेल बेचने की तैयारी है. रेलवे के निजीकरण से आम जनता को परेशानी हो सकती है. सरकार ने जनरल ट्रेनों का संचालन बंद कर गरीबों को बेरोजगार कर दिया है. आठ महीनं से ट्रेनें बंद हैं. गरीब-मजदूर, आम आदमी को इससे परेशानी हो रही है. सरकार सिर्फ वीआईपी लोगों के लिए स्पेशल ट्रेनें चला रही है.
सरकार पर साधा निशाना
कार्यकर्ताओं ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आम जनता की बात आने पर सरकार कोरोना का बहाना बना कर लोगों को परेशान कर रही है. दूसरी तरफ बसो में लोगों को ठूस-ठूस कर भरा जा रहा है. उस समय कोरोना का कोई भय नहीं होता. साथ ही सरकार ने बंदरबांट के लिए प्राइवेट बसों को खुलेआम लूट की आजादी दे दी है.