कन्नौज: जिले में इन दिनों फूल की खेती करने वाले किसानों की लागत तक नहीं निकल रही है. किसानों का फूल खेतों में ही झर कर बेकार हो रहा है. ज्यादातर फूल की अच्छी खपत इत्र बनाने में होती है, लेकिन लाॅकडाउन की वजह से इत्र के सभी कारखाने बंद चल रहे हैं. इस वजह से किसानों के फूल की खपत नहीं हो रही है. ऐसे में किसानों के सामने रोजीरोटी का संकट खड़ा हो गया है. किसानों की आवाज बनकर समाजवादी पार्टी ने उनकी परेशानियों को लेकर डीएम से इत्र कारखाने शुरू किए जाने और मुआवजा दिए जाने की मांग की है.
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता नवाब सिंह यादव ने जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा से मिलकर उनको किसानों की समस्याओं से अवगत कराया. इस दौरान उन्होंने समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन भी दिया, जिसमें फूल की खेती करने वाले किसानों की परेशानियों को लेकर उन्हें मुआवजा देने की मांग की गई है.
किसानों की दिहाड़ी तक निकलना मुश्किल
सपा नेता ने कहा कि कन्नौज जिला इत्र के लिए जाना-पहचाना जाता है. गुलाब 30-35 रुपये किलो बिक रहा था, उसे कोई अब खरीद नहीं रहा. 10-15 रुपये में खरीद भी रहे हैं, जिससे किसानों की दिहाड़ी भी पूरी नहीं हो रही है.
नहीं किया जा सकता फूलों का भंडारण
उन्होंने बताया कि बेला और मेंहदी भी शुरू हो गयी है. फूलों का न तो भंडारण किया जा सकता है और न ही खेतों में रोका जा सकता है.
इत्र कारखाने शुरू किये जाने की मांग
सपा नेता ने अनुरोध किया कि इत्र व्यवसायियों से कहा जाए कि वह अपने इत्र कारखानें शुरू करें. जिससे किसानों का फूल सही दामों में बिक सके.
सब्जी वाले भी किसान हैं परेशान
उन्होंने बताया कि इधर सब्जी वाले भी परेशान है. उनकी सब्जी पुलिस वाले बगैर पास के लौटा देते हैं. किसान सब्जी लेकर आ नहीं पा रहे है, तो उन्हें भी चिन्हित करके उनके पास जारी किए जाए या सब्जी वालों के लिए छूट की जाए. अगर ऐसा नहीं हो सकता है तो निश्चित रूप से सरकार को ऐसे किसानों को चिन्हित करके मुआवजा देना चाहिए.
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