कन्नौजः उमर्दा स्थित निचली गंग नहर में बुधवार सुबह हुए हादसे में लापता हर्ष का तीसरे दिन भी पता नहीं चल पाया है. पुलिस विभाग की टीम लगातार नहर में पड़ताल कर रही है. अब पुलिस अधिकारियों को अंदेशा होने लगा है कि बच्चा बहुत छोटा था, हो सकता है कोई जानवर ने उस पर अटैक कर दिया हो, जबकि नहर से एक पर्स मिली है जो हादसे में मृत हो चुकी सिपाही की पत्नी की बताई जा रही है.
इन लोगों की हो चुकी है मौत
बुधवार को निचली गंग नहर में कार गिरने से सिपाही गौरव की पत्नी, दो बेटियां, बहन मोनी उर्फ मोहिनी, भांजा कृष्णा की मौत हो गई थी. हादसे के दौरान मोनी का पांच माह का बेटा हर्ष लापता हो गया था, उसकी तलाश चल रही है. गुरुवार से बाढ़ राहत दल की 43वीं वाहिनी के नौ सदस्यीय दल ने स्टीमर से लगातार तलाश कर रही है, लेकिन अभी तक हर्ष का पता नहीं चल पाया है.
तलाश के दौरान मिला है पर्श
मासूम हर्ष की तलाश के लिए नहर में जाल बंधवाया गया है. तलाश के दौरान टीम को एक पर्स मिला है. इसमें शृंगार के सामान के साथ एक सोने की अंगूठी मिली है. सिपाही गौरव ने पर्स को पत्नी पप्पी उर्फ प्रिया का बताया है. हर्ष की तलाश के दौरान तहसीलदार विशेश्वर सिंह, इंदरगढ़ थाना प्रभारी सुजीत कुमार मौजूद रहे.
कार में 4 महिलाएं और 5 बच्चों सहित 10 लोग थे सवार
ठठिया थानाक्षेत्र के मिरुअनमढ़ा में रहने वाले 32 वर्षीय गौरव भदौरिया पुत्र योगेंद्र भदौरिया लखनऊ में सिपाही के पद पर तैनात थे. वह रिश्तेदारी में हो रही एक गोद भराई के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे. कार में गौरव और उसकी 27 वर्षीय पत्नी पप्पी, 5 वर्षीय पुत्री शुभि, डेढ़ साल की लाडो, 28 वर्षीय बड़ी बहन मोहिनी और उनका पांच माह का बेटा हर्ष, 26 वर्षीय छोटी बहन सोनी और उनका 10 साल का बेटा कृष्णा, चार साल की बेटी आयुषी और 55 वर्षीय मां रेखा सवार थे. बुधवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे चटरुआपुर गांव के पास हादसा हो गया था.
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चीख-पुकार और सिसकियों से गूंज रहा घर
पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार दोपहर सभी पांच मृतकों का शव उनके घर मिरुअन मढ़ा पहुंचा. सिपाही गौरव की मां रेखा देवी और परिवार के अन्य लोगों को ढांढस बंधाने के लिए बढ़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए. हर कोई तरह-तरह की बातें कर हादसे से पीड़ित परिवार को सांत्वना देने का प्रयास कर रहा था.
एक साथ पांच लोगों की मौत से गांव में सन्नाटा है. हर कोई हादसे से विचलित है. हादसे में परिवार को खोने के गम में गौरव और उसकी मां रेखा देवी की चीख-पुकार गलियों में गूंज रही है. कल तक जिस घर में बच्चों की किलकारियां गूंजती थीं, वहां चीख-पुकार और सिसकियों की आवाज सुनाई दे रही है.
शुक्रवार को फिर से हर्ष की तलाश में टीम नहर में बच्चे की तलाश कर रही है, लेकिन अभी तक बच्चा नहीं मिला है. तलाश जारी है बच्चा छोटा होने के कारण नहर में छोटे-मोटे जानवर के अटैक करने की भी की संभावना है.
ज्ञान प्रकाश अग्निहोत्री, कम्पनी कमांडर