कन्नौज: देश में लॉकडाउन-4 लागू होने के बाद से प्रवासी मजदूर और उनके परिवारों की स्थिति और बिगड़ती जा रही है. वहीं लगातार खाने की समस्या होने के बाद भी मजदूरों अपने घरों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं. दिल्ली, नोएडा, महाराष्ट्र और गुजरात में मजदूरी करने वाले प्रवासी मजदूर अपने परिवार के साथ घर लौट रहे हैं. भूखे प्यासे अपने परिवार के साथ सैकड़ों किलोमीटर ये लोग पैदल चलने को मजबूर हैं.
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर इन दिनों सैकड़ों प्रवासी मजदूर अपने परिवार के साथ लम्बी दूरी पैदल ही तय कर रहा है. जिसको जो साधन मिल रहा है, वह मजबूरी में उसके साथ अपना सफर तय कर रहा है. भूखे-प्यासे मजदूरों को सिर्फ एक ही राह दिख रही है, घर किस तरह पहुंचा जाए. लम्बी दूरी के बावजूद यह लोग छोटे-छोटे बच्चे और महिलाओं के साथ इस उम्मीद पर निकल पड़े हैं कि कभी न कभी चलते-चलते एक न एक दिन तो घर पहुंच ही जाएंगे.
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता नवाब सिंह यादव अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ इन गरीब मजदूरों के परिवार की मदद करने के लिए पहुंचे. एक्सप्रेस-वे से सैकड़ों लोग भूखे पेट, नंगे पैर अपने बच्चों के साथ पैदल बिहार जा रहे थे. जहां उन्होंने गरीबों को खाने के लिए फल और पीने के लिए पानी की मदद की.