कन्नौज: जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए प्रकोप को देखते हुए डीएम ने मुख्य विकास अधिकारी और समस्त उपजिलाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में बनाई गई निगरानी समितियों के कार्यों की देख रेख के लिए ब्लॉक एवं तहसील स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएं. उसमें आने वाली शिकायतों एवं अन्य कार्यों की मॉनिटरिंग भी प्रतिदिन की जाए. ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में बनाई गई निगरानी समितियां पूर्ण तत्परता से अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें.
बुधवार को डीएम राकेश कुमार मिश्र ने एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह के साथ संयुक्त रूप से कोरोना वायरस संक्रमित गांव कुसुमखोर के अंतर्गत माजरा कुम्हारनपुर्वा का निरीक्षण किया. इस दौरान गांव में आए कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के संबंध में जानकारी ली. जिसमें बताया गया कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति 9 मई को मुम्बई से ऑटो से आया था एवं 5 अन्य व्यक्ति भी साथ में आये थे. इसमें एक व्यक्ति फर्रूखाबाद का रहने वाला था. अन्य व्यक्ति जनपद कन्नौज में बछज़्ज़ापुर एवं तालग्राम के थे.
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गांव में लगभग 100 व्यक्ति बाहर से आए थे. डीएम ने सभी व्यक्तियों के संबंध में जानकारी मांगी, लेकिन ग्राम प्रधान ने किसी भी व्यक्ति की सूचना नहीं दी. किसी भी व्यक्ति के घर पर फ्लेयर भी चस्पा नहीं किया गया है. इसे लेकर जिलाधिकारी ने निगरानी समिति के अन्य सदस्यों के संबंध में जानकारी करते हुए तत्काल सभी व्यक्तियों की सूची बनवाई. फ्लेयर चस्पा कर सभी को अनिवार्य रूप से जांच कराते हुए 21 दिनों तक होम क्वारंटाइन कराए जाने के सख्त निर्देश दिए.
जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने गांव कुसुमखोर में खाद्यान्न वितरण कराने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि खाद्यान्न वितरण में प्रति यूनिट 5 किलो चावल मुफ्त में दिया जा रहा है. वहीं एक कार्ड पर 1 किलो चना भी दिया जा रहा है. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि यदि खाद्यान्न वितरण में किसी भी प्रकार की कमी पाई जाती है. तो संबंधित कोटेदार के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए दुकान का लाइसेंस भी निरस्त किया जाएगा.