कन्नौज: एक ओर जहां पुलिस महिला उत्पीड़न रोकने के लिए मिशन शक्ति कार्यक्रम चला रही है. वहीं महिलाओं पर उत्पीड़न की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. थानों में हेल्प डेस्क के बावजूद एक नाबालिग छात्रा को गांव के ही युवक के खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा लिखवाने के लिए न्यायालय का सहारा लेना पड़ा.
दरअसल, सौरिख थाना क्षेत्र की एक छात्रा कक्षा दस में पढ़ती है. बीते 24 अगस्त को गांव के ही शिवम नाम के युवक ने खेत से वापस आते समय उसके साथ छेड़छाड़ की. पीड़ित छात्रा ने घटना की सूचना डायल 112 के अलावा थाना पुलिस को दी थी. इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद शिवम लगातार छात्रा को परेशान करने लगा. पुलिस की ओर कार्रवाई न होने पर छात्रा ने न्यायालय से न्याय की गुहार लगाई.
इसके बाद आरोपी युवक छात्रा पर समझौता करने का दबाव बनाने लगा. बीते मंगलवार को छात्रा स्कूल से वापस घर आ रही थी. तभी घर के बाहर आरोपी शिवम ने प्रदीप, लल्लू के साथ मिलकर उसके साथ गाली-गलौज कर समझौता करने की बात कहने लगा. मना करने पर सभी ने मारपीट शुरू कर दी, जिससे छात्रा के सिर में गंभीर चोटें आईं. चीख पुकार सुनकर बचाने आई मां को भी मारा पीटा. दोनों घायलों अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पीड़ित छात्रा के परिजनों का आरोप है कि एरिया इंचार्ज आलम सिंह की शह पर आरोपियों के हौसले बुलंद हैं. एरिया इंचार्ज आरोपी पर कार्रवाई के बजाए समझौते का दबाव बना रहे हैं. आरोप है कि एरिया इंचार्ज की वजह से ही दो माह पहले छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था, जिससे आरोपी लगातार परेशान करने लगा. इसके बाद न्यायालय का सहारा लेना पड़ा था. पीड़ित के परिजनों का कहना है कि आरोपी युवक कार्रवाई होने पर जान से मारने और गांव खाली कराने की धमकी दे रहा है.