कन्नौज : मंडी पुलिस चौकी का घेराव कर चौकी इंचार्ज समेत अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट करने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. मंडी चौकी प्रभारी हाकिम सिंह ने बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक समेत 52 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है. शुक्रवार की रात उन्नाव पुलिस कन्नौज में अपहरण के एक मामले में दबिश देने आई थी. आरोपियों की गिरफ्तारी से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंडी चौकी में घुसकर पुलिस के साथ मारपीट की थी. वहीं सांसद ने मारपीट के आरोपों को बेबिनयाद बताया है.
मंडी चौकी प्रभारी हाकिम सिंह के अनुसार उन्नाव जनपद के औरास कस्बा मेें दीपू यादव पुत्र रामकुमार किराए पर रहकर मोबाइल की दुकान चलाता है. वह मूल रूप से कन्नौज के प्रेम नगर करीमपुर का रहने वाला है. उसका छोटा भाई नीलेश भी उसके साथ रहता है. मोबाइल के विवाद के बाद शुक्रवार की शाम नीलेश का सदर कोतवाली क्षेत्र के सरायमीरा निवासी प्रभाकर कुशवाहा, सागर शर्मा, विशाल कटियार और अभिषेक दुबे ने अपहरण कर लिया था.
उन्नाव पुलिस ने कन्नौज में दबिश देकर युवक को बरामद करने के साथ अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार कर लिया था. अपहरणकर्ताओं को छुड़वाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंडी चौकी का घेराव कर पुलिस के साथ मारपीट की थी. इसमें तीन दरोगा व चार कॉस्टेबल घायल हो गए थे. पुलिस कर्मियों के पीटे जाने के मामले में शनिवार को मंडी चौकी प्रभारी हाकिम सिंह ने भाजपा सांसद सुब्रत पाठक, सचेत पांडेय, पुष्पेंद्र प्रजापति, विजय पांडेय, वासु मिश्रा, नयन मिश्रा, अवनीश, मोहित कठेरिया, जितेंद्र शुक्ला और सूरज राजपूत को नामजद व 52 अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज कराई है.
समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर की कार्रवाई की मांग : पुलिस चौकी में घुसकर पुलिस कर्मियों की पिटाई के मामले में समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल कई ट्वीट किए गए हैं. सपा ने अपने ट्वीट में भाजपा सांसद की गुंडई करार देते हुए मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की है. वहीं सपा ने अपहरणकर्ताओं से सांसद के संबंधों पर सवाल करते हुए ट्वीट किया है.
सांसद बोले-नहीं हुई मारपीट : भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने मीडिया के समक्ष अपना पक्ष रखा. कहा कि पुलिस चौकी पर कोई मारपीट नहीं हुई थी. बल्कि कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई. मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जाए. एसपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि एसपी ने निकाय चुनाव में बीएसपी प्रत्याशी की खुले आम मदद की थी. इसकी शिकायत सीएम व प्रमुख सचिव से की गई थी. इसके चलते उनका नाम मुकदमे में घसीटा गया है. सांसद ने कहा कि शुक्रवार की रात कार्यकर्ता समुद्र श्रीवास्तव के साथ पुलिस द्वारा मारपीट करने की जानकारी मिली थी. जिस पर नगर महामंत्री शिवेंद्र ग्वाल अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे. दरोगा हाकिम सिंह, तरुण भदौरिया, सिपाही सुभास कुमार, लवी खरी अपने 15 साथियों के साथ मिलकर मारपीट करने लगे. महिला कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता की. कार्यकर्ताओं ने खुद को बचाने के लिए शोर मचाया तो पुलिस कर्मियों ने अपनी सरकारी रिवाल्वर सीने पर रख दी. सीसीटीवी कैमरे देख लिए जाएं मारपीट जैसी कोई घटना वहां नहीं हुई थी.
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