कन्नौज: तालग्राम थाना क्षेत्र के रसूलाबाद गांव में धार्मिक स्थल पर प्रतिबंधित पशु के अवशेष मिलने के बाद हुए सांप्रदायिक बवाल के मामले में जिला प्रशासन एक्शन में है. पुलिस ने आगजनी और दुकानों में तोड़फोड़ करने की रिपोर्ट दर्ज की है. उपनिरीक्षक ने करीब 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है. बता दें कि सांप्रदायिक बवाल के बाद सड़क किनारे रखी दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी. इस मामले में 13 लोगों को जेल भेज दिया गया है.
दरअसल, तालग्राम थाना क्षेत्र के रसूलाबाद गांव स्थित धार्मिक स्थल पर बीते शनिवार को प्रतिबंधित पशु का कटा सिर मिलने के बाद सांप्रदायिक बवाल मच गया था. आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर आरोपियों की कार्रवाई की मांग की थी. सांप्रदायिक तनाव के दौरान रसूलाबाद मार्ग पर मीट की कई दुकानों में तोड़फोड़ के बाद आगजनी की गई थी. पुलिस ने मामले में एक और रिपोर्ट दर्ज की है. उपनिरीक्षक राम प्रकाश की तहरीर पर बलवा, आगजनी और तोड़फोड़ करने वाले 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है. पुलिस ने धारा 147, 148, 427, 436 व 341 के तहत रिपोर्ट दर्ज की है. पुलिस ने माहौल बिगाड़ने वालों की तलाश शुरू कर दी है.
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पुलिस इस मामले में अब तक करीब 13 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस ने धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें गादीपुर गांव निवासी रहीम, रसूलाबाद गांव निवासी निहाल, आशिक, इलियास व अकबर शामिल हैं. जबकि, आगजनी व तोड़फोड़ करने के मामले में पुलिस आठ लोगों को गिरफ्तार किया. इसमें कलकत्तापुरवा गांव निवासी उमेश, बृजेश कुमार, वीरेंद्र सिंह, रवि, पंकज, आसाराम के अलावा सलेमपुर पट्टी गांव निवासी सोनू पटेल, राजन पटेल को गिरफ्तार किया है. पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है.
विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी और मातृ शक्ति के कार्यकर्ता सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे. रसूलाबाद गांव में हुए सांप्रदायिक बवाल के बाद पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी. कार्यकर्ताओं ने डीएम दफ्तर के बाहर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया. हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद सदर एसडीएम उमाकांत तिवारी को डीएम को संबोधित ज्ञापन सौंपा. उन्होंने कहा कि उनकी धार्मिक भावनाओं को भड़काने का प्रयास किया गया. इसके चलते संगठन के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया तो पुलिस और प्रशासन ने कार्यकर्ताओं पर अनैतिक ढंग से कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. कार्यकर्ताओं ने मुकदमा खत्मकर गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा करने की मांग की है. कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि गिरफ्तार किए गए लोगों को छोड़ा नहीं गया तो ने स्वयं थाने जाकर छुड़ाने का काम करेंगे.
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