कन्नौज: लोगों को फाइलेरिया रोग से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरूआत की गई. डीएम ने जिला अस्पताल के महिला विंग में फीता काटकर कार्यक्रम की शुरूआत की. इस मौके पर डीएम, सीएमओ और अन्य अधिकारियों ने फाइलेरिया की दवा खाकर अभियान की शुरूआत की. इसके बाद में अस्पताल में आए लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाई गई. साथ ही लोगों को फाइलेरिया के लक्षणों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई.
21 दिसम्बर से 8 जनवरी तक चलेगा अभियान
इस अभियान के तहत 21 दिसम्बर से 8 जनवरी तक घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाई जाएगी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से फाइलेरिया की रोकथाम के लिए फाइलेरिया उन्मूलन पखवाड़ा की शुरूआत की गई. जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग की 1825 टीमें घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाएंगी. अभियान के शुरुआत के मौके पर डीएम ने कहा कि फाइलेरिया की बीमारी से बचने के लिए साल में एक बार फाइलेरिया की दवा का सेवन करना जरूरी है. दवा के सेवन ही इस लाइलाज बीमारी से बचा जा सकता है.
घर-घर जाकर स्वास्थ्यकर्मी खिलाएंगे दवा
सीएमओ डॉ. कृष्ण स्वरूप ने बताया कि 21 दिसम्बर से 8 जनवरी तक लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रखने के लिए करीब 15 लाख लोगों को डीईसी और अल्बंडाजोल की निर्धारित खुराक खिलाई जाएगी. स्वास्थ्य विभाग की 1825 टीमें घर घर जाकर लोगों को दवा की खुराख खिलाएंगी. बताया कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को दवाएं नहीं खिलाई जाएंगी. बताया कि क्यूलैक्स मादा मच्छर के काटने से फाइलेरिया रोग फैलता है. इससे हाईड्रोसील हो जाना, हाथी पांव, महिलाओं के स्तन में सूजन आ जाना फाइलेरिया रोग के मुख्य लक्षण है.