कन्नौज: जिले में छिबरामऊ कस्बा के सौरिख तिराहा पर हिन्दू संगठन महाराणा प्रताप की मूर्ति लगवाने की मांग कर रहे थे. बीती रात अराजक तत्वों ने सौरिख तिराहे पर महाराणा प्रताप की मूर्ति लगने वाली जगह पर गौतम बुद्ध की मूर्ति लगाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. बुधवार को महाराणा प्रताप की मूर्ति लगने वाले स्थान पर गौतम बुद्ध की मूर्ति लगी देख लोग नाराज हो गए.
मामले की जानकारी मिलते ही हिन्दू जागरण मंच के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए. पदाधिकारियों ने मूर्ति को हटाकर महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाए जाने और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. इन लोगों ने सड़क जाम कर दी और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार्यकर्ताओं को समझा बुझाकर शांत कराया. इस दौरान पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. पुलिस ने मूर्ति लगाने वालों की तलाश शुरू कर दी है.
छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के सौरिख तिराहे पर कुछ जमीन खाली पड़ी है. इस पर काफी समय से कई हिन्दू संगठन महाराणा प्रताप की मूर्ति लगवाने की मांग कर रहे थे. लेकिन बीते मंगलवार की रात अराजकतत्वों ने चोरी छिपे उस स्थान पर गौतम बुद्ध की मूर्ति लगा दी. बुधवार को जब स्थानीय लोगों ने महाराणा प्रताप की मूर्ति लगने वाली जगह पर गौतम बुद्ध की मूर्ति को लगा देखा तो हड़कंप मच गया.
देखते ही देखते हिन्दू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष डॉ. वरुण प्रताप सिंह दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंच गए. कार्यकर्ता गौतम बुद्ध की मूर्ति लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. उन्होंने मूर्ति को हटाने की मांग की औ सड़क जाम कर धरना-प्रदर्शन करने लगे. इस मामले की सूचना मिलते ही छिबरामऊ कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए.
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उन्होंने धरना दे रहे कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया. इस दौरान पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक भी हुई. थाना प्रभारी ने समझा बुझाकर आक्रोशित कार्यकर्ताओं को शांत कराया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. हिन्दू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष डॉ. वरुण प्रताप सिंह ने बताया कि सभी लोग मिलकर सौरिख तिराहे पर महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाए जाने की मांग कर रहे थे. मूर्ति लगाए जाने के लिए सभी एक मत थे. लेकिन रातों रात महाराणा प्रताप की मूर्ति की जगह गौतम बुद्ध की मूर्ति को लगा दिया गया. यहां गौतम बुद्ध की मूर्ति को हटाकर महाराणा प्रताप की मूर्ति को लगाया जाए.