कन्नौज: इत्र नगरी कन्नौज के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र में बीते सोमवार की शाम हिस्ट्रशीटर अशोक कुमार उर्फ मुन्ना यादव के घर पुलिस टीम दबिश देने गई थी. तब मुन्ना यादव और उसके बेटे ने फायरिंग कर दी थी. इसमें एक सिपाही शहीद हो गया था. पुलिस आरोपी मुन्ना यादव वा उसका बेटा भी घायल हो गए थे. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रविवार को अस्पताल से डिस्चार्ज होने पर जब मुन्ना को जेल भेजा जा रहा था तब वह जान की भीख मांग रहा था.
मेडिकल कालेज से हिस्ट्रीशीटर अशोक उर्फ मुन्ना यादव को डिस्चार्ज होने के बाद पुलिस जब उसे गाड़ी में बैठाने के लिए ले जा रही थी, उसी समय हिस्ट्रीशीटर मुन्ना यादव के चेहरे पर खौफ नजर आ रहा था. आरोपी मुन्ना यादव जान की भीख मांग रहा था. खौफ के साए में वह यह कह रहा था कि ये लोग मुझे यहां से ले जाएंगे और फिर मेरा एनकाउंटर कर देंगे. दिखा देंगे कि आरोपी भाग रहा था, इसलिए एनकाउंटर हो गया. बार-बार मुन्ना यादव यही बात कह रहा था.
हिस्ट्रीशीटर ने क्या कहाः देख लो भैया मारे जाएंगे, बचेंगे नहीं हम, ये जेल नहीं ले जाएंगे, रस्ते में हमें स्वाहा कर देंगे, देख लियो भैया, दू बार को भगोड़ा हैं. साले को मार दिया, 22 साल हमें एक जगह बैठे, हमें न्याय नहीं मिला, जो न्याय चाहा था वह नहीं मिल पाया. भैया कोई न्याय नहीं है, कैसे गोली लगी किसने मारी कैमरा लगे हैं, वह सब सामने आ जाएगा.
हिस्ट्रीशीटर ने सीएम योगी से मांगा न्यायः हमारी एक जगह लोकेशन है, 22 साल से कोई केस नहीं है. पहले हम लड़ाई लड़ते रहे. जब हम आए तो प्रधान हुए. हमारी 4 बार की प्रधानी जबरदस्ती छीन ली गई. हमारो तो योगी जी से यही है, हमें न्याय दिया जाए, हमें न्याय नहीं मिल पाया. भैया हमें भगोड़ा दिखाए के मार देहें, हमें जेल में करवा दो हमारे छोटे-छोटे बच्चा हैं. सीधे हमे बीच चौराहे पर मार दिया जाएगा, हमें ऐसे नहीं मरना. हमें न्याय मिले, हमारा भाई, बाप, चाचा का लड़का मारा गया, प्रधानी जबरदस्ती छीन ली गई. हमे न्याय मिले.