कन्नौज: बिजली विभाग में निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है. इसी कड़ी में सोमवार को कर्मचारियों ने कामकाज बंद कर विरोध प्रदर्शन किया. परिसर के बाहर बैठकर बिजली कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों ने मांग की है कि पूर्वांचल बिजली विभाग में हो रहे निजीकरण को बंद किया जाए. विद्युत निगमों का निजीकरण किया जा रहा है, जो नियमों के विरूद्ध है. निजीकरण होने पर बिजली उपभेक्ताओं पर इसका सीधा असर पड़ेगा. कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि निजीकरण बंद न हुआ, तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा.
सरकार की ओर से पूर्वांचल विद्युत विभाग का निजीकरण किया जा रहा है. निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति पिछले कई दिनों से आंशिक रूप से आंदोलन जारी किए हैं. सोमवार को अधिशासी अभियंता शादाब अहमद की अगुवाई में बिजली अधिकारी व कर्मचारियों ने काम काज बंद कर विरोध प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने परिसर में गेट के बाहर बैठकर जमकर नारेबाजी की. इस दौरान बिजली घर में पूरी तरह से काम-काज ठप रहा.
अधिशासी अभियंता शादाब अहमद ने बताया कि पूर्वांचल के निजीकरण का सभी कर्मचारी पूरजोर विरोध कर रहे हैं, ताकि निजीकरण बंद किया जाए. विद्युत निगमों के निजीकरण की प्रक्रिया उस एग्रीमेंट के विरूद्ध है, जो ऊर्जा मंत्री ने 2018 में संयुक्त संघर्ष समिति के साथ किया गया था. उन्होंने बताया कि कहा गया था कि सरकारी सुझाव व आपसी वार्ता कर इसको इम्प्रूव किया जाएगा, निजीकरण नहीं किया जाएगा, जबकि एग्रीमेंट के नियमों खिलाफ निजीकरण किया जा रहा है.
शादाब अहमद ने बताया कि अभी ध्यान केंद्रित करने के लिए विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. मांगे पूरी न की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. इस दौरान बिजली बिल जमा करने, ठीक कराने व अन्य कार्यों के लिए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. काम न होने पर ग्रामीण मायूस होकर वापस लौट गए. इस दौरान पुलिस भी मुस्तैद दिखी.