कन्नौज: विद्युत कॉरपोरेशन विभाग में निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने कामकाज बंद कर एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने कहा कि निजीकरण की समस्त प्रक्रिया निरस्त की जाए. मांग पूरी न होने पर अधिकारी-कर्मचारी उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे.
विरोध में किया कार्य बहिष्कार
निजीकरण की नीतियों और विद्युत कर्मियों की प्रमुख समस्याओं के खिलाफ कर्मचारियों धरना-प्रदर्शन किया. विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में कर्मचारियों ने एकदिवसीय कार्य बहिष्कार किया. अधिशाषी अभियंता मोहम्मद शादाब की अगुवाई में गिरीश कुमार पांडेय, महेंद्र राय, सुहैल आबिद, विनय शुक्ला, शशिकांत श्रीवास्तव, बृजेश त्रिपाठी समेत अन्य कर्मचारी धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए.
कर्मचारियों की सात सूत्रीय मांग
कर्मचारियों ने कहा कि इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2020 और विद्युत वितरण क्षेत्र के निजीकरण के लिए जारी स्टैंडर्ड बिडिंग डॉक्युमेंट वापस लिया जाए. निजीकरण की समस्त प्रक्रिया निरस्त की जाए. समस्त बिजली कंपनियों का एकीकरण कर यूपीएसआईबी का गठन किया जाए. समस्त बिजली कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए. सभी नियमित पदों पर लंबित भर्तियां तत्काल पूर्ण की जाएं. साथ ही तेलंगाना राज्य की तरह ही संविदा और निविदा कर्मियों को नियमित किया जाए. सभी संभागों के कर्मियों की वेतन विसंगति दूर की जाए. न्यूनतम तीन पदोन्नत पदों का वेतनमान समयबद्ध तरीके से लागू किया जाए. विद्युत कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों और अभियंताओं से अवकाश के दिन आपात स्थिति के अतिरिक्त कार्य न लिया जाए.