कन्नौज : उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय चुनाव का शंखनाद हो चुका है. चुनाव की तैयारियां भी अंतिम चरण में है. संभावित प्रत्याशियों ने वोटरों को लुभाने का काम भी शुरू कर दिया. अब उम्मीदवारों को सीटों का ऐलान होने का इंतजार है. उम्मीदवार सीटों के बारे में जानने को उत्सुक है कि कौन सी सीट किस वर्ग के लिए आरक्षित या अनारक्षित है.
इत्रनगरी में इस बार 28 जिला पंचायत सदस्य, 676 क्षेत्र पंचायत सदस्य, 6327 ग्राम पंचायत सदस्य व 499 ग्राम प्रधान के चुनाव होंगे. चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है. जिला प्रशासन ने परिसीमन का काम पूरा कर लिया है. जिले में नए परिसीमन में ग्राम पंचायतें घटी है. जबकि कुछ ग्राम पंचायतों का आंशिक भाग नगर पालिका में जोड़ा गया है. जिसके चलते मतदाताओं की संख्या में भी कमी आई है.
इत्रनगरी में पंचायत सीटों की स्थिति
जिले में साल 2015 में पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्यों की संख्या 28 थी. क्षेत्र पंचायत सदस्यों की संख्या 682 थी. जबकि ग्राम प्रधानों की संख्या 504 थी. लेकिन 2021 में हुए नए परिसीमन में सदर ब्लॉक प्रभावित हुआ है. जिसमें पांच ग्राम पंचायतें पूर्णरूप से नगर पालिका में शामिल की गई है. जबकि पांच ग्राम पंचायतों को आंशिक रूप से शामिल की गई है. मौजूदा समय में 504 ग्राम पंचायतों की संख्या कम होकर 499 रह गई है. साथ ही 682 क्षेत्र पंचायत सदस्यों की संख्या घटकर 676 रह गई है. ग्राम पंचायतों की संख्या भी 6327 हो गई है. जिला पंचायत सदस्यों की संख्या पूर्व की तरह 28 ही रहेगी.
साल 2015 में हुए जिला पंचायत सदस्यों की संख्या 28 थी. जिसमें 9 सीटें सामन्य थी. जबकि अनसूचित जनजाति महिलाओं की 2 सीटें थी. अनसूचित जाति की 5 सीटें. जबकि अन्य पिछड़ा वर्ग की 4 व अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए 3 सीटें आरक्षित थी. जबकि महिलाओं के लिए 5 सीट आरक्षित थी. 2021 में होने वाले त्रिस्तरीय चुनाव में अभी आरक्षण की घोषणा होना बाकी है. इस बार सीटों पर आरक्षण पर फेरबदल हो सकता है.
जातिगत आंकड़ों पर एक नजर
जिले में जातिगत वोटरों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो पूरे जिले में ब्राह्मण 1 लाख 22 हजार, क्षत्रिय 85 हजार, मुस्लिम 1 लाख 83 हजार, वैश्य 29 हजार, जाटव 1 लाख 75 हजार, कटियार 82 हजार, कुशवाहा 86 हजार, यादव 1 लाख, पाल 93 हजार, प्रजापति 35 हजार, कश्यप 42 हजार, राठौर 37 हजार, सैनी 20 हजार, दिवाकर 77 हजार, कठेरिया 64 हजार, नट 18 हजार, चिक 25 हजार, वाल्मिक 56 हजार, बंजारा 33 हजार, गिहार 19 हजार, राजपूत 1 लाख 35 हजार, कोरी 10 हजार व अन्य 1 लाख 50 हजार है.