कन्नौज : होली के त्यौहार पर बाजारों में रंगीन पापड़ और कचरी की भरमार है. दुकानों पर रंग बिरंगी कचरी और पापड़ बेचे जा रहे हैं. प्रशासन ने इस पर रोक लगाने के लिए अभियान चला रही है. अधिकारियों के अनुसार इसको खाने से किडनी और लीवर डैमेज हो सकता है.
होली को लेकर बाजार इन दिनों चिप्स, पापड़ और कचरी आदि उत्पादों से भरे पड़े हैं. लोगों को लुभाने के लिए रंग-बिरंगे खाद्य उत्पाद बड़ी मात्रा में बाजारों में दिख रहे हैं. लेकिन यह मनमोहक उत्पाद कितने खतरनाक हो सकते हैं इसका शायद आपको अंदाजा भी नहीं होगा. रंगीन कचरी, चिप्स और पापड़ में सिंथेटिक कलर्स होते हैं जिससे इनको रंगीन बनाया जाता है. ऐसे रंगों का प्रयोग मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होता है. जो किडनी लीवर, आंत व फेफड़ों पर सीधा प्रभाव डालता है. जिससे संक्रमण पैदा होता है. इनका सेवन करने से डायरिया, रक्तअल्पता, गर्भवती महिलाओं को गर्भपात और आपका लीवर व किडनी डैमेज हो सकता है.
खाद्य अभिहित अधिकारी सतीश कुमार शुक्ला का कहना है कि अपर मुख्य सचिव खाद्य सुरक्षा विभाग और जिलाधिकारी के निर्देश पर जिले में होली को देखते हुए रंगीन कचरी, पापड़ को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इनमें सिंथेटिक कलर्स होते हैं जो किडनी और लीवर को डैमेज कर सकते हैं.