कन्नौजः जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से राष्ट्रीय स्वास्थ्य बाल कार्यक्रम के तहत आरबीएस की टीम गांव-गांव में कैंप लगाकर कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों को चिन्हित कर मुफ्त इलाज मुहैया कराती है. इसी कड़ी में टीम ने हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को चेकअप के बाद पोषण पुर्नवास केंद्र में भर्ती कराया. इसमें से अब एक बच्चे का अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में निःशुल्क दिल का इलाज कराया जाएगा.
जलालाबाद ब्लॉक की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम ने कैंप लगाकर बच्चों का हेल्थ चेकअप किया. इस दौरान टीम ने एक कुपोषित बच्चे को जिला अस्पताल में बने पोषण पुर्नवास केंद्र में भर्ती कराया. टीम के चिकित्साधिकारी डॉ. वरुण कटियार ने बताया कि ताजपुर विधूना का रहने वाला दो वर्षीय मोहम्मद कुनाल अतिकुपोषित होने के साथ-साथ हृदय रोग से पीड़ित है. बच्चे की जांच के बाद जिला अस्पताल के एनआरसी वार्ड में भर्ती करा दिया गया है.
आरबीएस की टीम बच्चे का निःशुल्क हार्ट का इलाज मुहैया करवाएगी. इसके लिए बच्चे की मां और दादी से मुलाकात कर जानकारी दे दी गई है. पीड़ित बच्चे को टीम अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में इलाज करवाया जाएगा. डीईआईसी मैनेजर वीरेश सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में ओपीडी बंद चल रही है. जैसे ही ओपीडी शुरू होगी, बच्चे का निःशुल्क इलाज शुरू करा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि गांव-गांव में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत कैंप लगाकर बच्चों को चिन्हित किया जाता है, जिसके बाद बच्चों को निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराया जाता है.
बच्चों के परिवार को दी जाती है 50 रुपये प्रोत्साहन राशि
कुपोषण के शिकार बच्चे के परिवार के सदस्य को 50 रुपये के हिसाब से प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है. पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) एक ऐसी सुविधा है जहां पांच वर्ष से कम और गंभीर रूप से कुषोपित बच्चे जिनमें चिकित्सीय जटिलताएं होती हैं, उनको भर्ती कर इलाज किया जाता है. साथ ही बच्चों की माताओं को बच्चों में सम्रग विकास और आवश्यक देखभाल, खानपान संबंधित कौशल का प्रशिक्षण दिया जाता है.