कन्नौज: जिले के सौरिख थाना क्षेत्र के भग्गीपुरवा के रहने वाले बीएसएफ जवान वीरपाल सिंह पाल जम्मू कश्मीर के सुंदरबनी में तैनात थे. वह बीएसएफ में हवलदार के पद पर तैनात थे. जवान वीरपाल सिंह पाल आतंकियों से लोहा लेते हुए बुधवार की रात शहीद हो गए. जवान के शहीद होने की सूचना गांव में मिलते ही परिजनों सहित पूरे गांव में कोहराम मच गया. लोग शहीद के घर पहुंच कर ढाढ़स बंधाने लगे. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
महत्वपूर्ण बातें-
- वीरपाल सिंह पाल ने दीपावली पर घर आने के लिए कहा था.
- इसी साल फरवरी में बेटी की शादी की थी.
सौरिख थाना क्षेत्र के भग्गीपुरवा गांव के रहने वाले वीरपाल सिंह पाल (55 वर्ष) जम्मू कश्मीर के सुंदरबनी में बुधवार की रात को आतंकियों से लोहा लेते समय शहीद हो गए. जैसे ही उनके शहीद होने की जानकारी परिजनों को मिली तो परिवार में कोहराम मच गया. साथ ही पूरे गांव में मातम छा गया. सुबह होते ही आस-पड़ोस गांव के लोगों का शहीद के घर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया. वीरपाल गुजरात के अहमदाबाद में 1995 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे. वर्तमान में वह जम्मू कश्मीर के सुंदरबनी में तैनात थे.
दो अगस्त की रात को आतंकियों से मुकाबला करते हुए देश की रक्षा के लिए वह शहीद हो गए. बताया जा रहा है कि शहीद जवान की एक अगस्त को अपने पुत्र विकास से फोन पर बात हुई थी. शहीद जवान ने पुत्र से दीपावली पर घर आने के लिए कहा था. शहीद जवान के तीन पुत्रियां और एक पुत्र है. परिजनों के मुताबिक इसी वर्ष 10 फरवरी को शहीद ने अपनी 22 वर्षीया पुत्री पूनम के हाथ पीले किए थे. वहीं उनके शहीद होने की सूचना से पत्नी राम मूर्ति, मां विद्यावती सहित पूरा परिवार सदमे में आ गया है. परिवार सहित इलाके के अन्य लोग भी जवान के पार्थिव शरीर के आने का इंतजार कर रहे हैं. शहीद जवान के चाचा अजय पाल सिंह ने बताया कि बुधवार की रात 10 बजे बटालियन से फोन पर वीरपाल के शहीद होने की जानकारी मिली. शुक्रवार की सुबह उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पहुंचेगा.
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