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कन्नौजः मच्छर जनित रोगों से बचने के लिए चलाया जाएगा जागरूक कार्यक्रम - kannauj news

मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए कन्नौज में संचारी रोग नियंत्रण के तहत जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के माध्यम से मच्छरों द्वारा फैलने वाली बीमारियों से बचने के उपाय और दवाइयां वितरित की जाएंगी.

कन्नौज के चिकित्सालयों में लगेगा स्वास्थ्य शिविर
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Published : Jun 6, 2019, 6:11 PM IST


कन्नौजः संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा के अंतर्गत कलेक्ट्रेट सभागार में सभी विभागों की बैठक हुई. बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को इस पखवाड़े की पूरी जानकारी दें. पखवाड़े के तहत मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.

कन्नौज के चिकित्सालयों में लगेगा स्वास्थ्य शिविर.

10 जून से 25 तक चलेगा जन जागरूक कार्यक्रम

  • बैठक में सभी चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज में फीवर हेल्प डेस्क की स्थापना करने का आदेश.
  • चिकित्सालयों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर रोगियों को दवा वितरण करने का आदेश.
  • मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए 10 जून से 25 जून तक जन जागरूक कार्यक्रम चलाया जाएगा.

मच्छर जनित इन बीमारियों से रहे सावधान

  • पैरासाइट प्लाज्मोडियम के कारण मलेरिया होता है. यह रोग संक्रमित एनोफेलीज मच्छर के काटने से फैलता है.
  • इस बीमारी के लक्षणों में बुखार, सिर दर्द, और उल्टियां होने लगती हैं.
  • मलेरिया का अगर तुरंत इलाज नहीं किया जाता है, तो यह बीमारी जानलेवा हो सकती है.

डेंगू से रहें सावधान

  • डेंगू वायरस एडीज इजिप्टी प्रजातियों के मादा मच्छर से फैलता है.
  • डेंगू के लक्षणों में हाईफीवर, तेज सिरदर्द, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द और नाक व मसूड़ों से हल्का खून निकलने लगता है.

चिकनगुनिया फीवर

  • चिकनगुनिया मच्छरों से फैलने वाला एक ऐसा बुखार है, जो इंसान के शरीर के समस्त जोड़ों को प्रभावित कर शरीर को भी काफी नुकसान पहुंचाता है.
  • चिकनगुनिया से तेज बुखार, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द और तेज सिरदर्द होता है.
  • चिकनगुनिया बुखार के लक्षणों को दूर करने के लिए आराम और तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए.

जिका फीवर

  • जिका वायरस भी एडीज प्रजातियों के मच्छरों के काटने से फैलता है.
  • जिका वायरस के लक्षण हल्के होते हैं और इसमें बुखार ज्वाइंट मसल्स पेन या दाने निकलने लगते हैं .

जापानी इंसेफ्लाइटिस

  • जापानी इंसेफेलाइटिस एक वायरस है, जो मच्छरों द्वारा फैलता है.
  • जापानी इंसेफ्लाइटिस में मस्तिष्क में सूजन होती है. यह केंद्रीय तंत्रिका-तंत्र को प्रभावित करता है और गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है.
  • जापानी इंसेफ्लाइटिस बीमारी में लंबे समय तक स्नायविक विकलांगता और मृत्यु होने की संभावना रहती है.

यह संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा चल रहा है, जिसमें 10 जून से लेकर 25 जून तक सभी विभाग जो जिले के हैं इसमें हिस्सा लेंगे. घातक बीमारियां मलेरिया, कालाजाल, डेंगू जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी विभागों की बैठक गई है. इसमें डीएम द्वारा सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि वह अपने-अपने विभाग द्वारा शासन की मंशा के अनुरूप जो भी उनको उत्तरदायित्व मिला है, वह उसको पूर्ण करें.

-डॉ केसी राय, उप मुख्य चिकित्साधिकारी, कन्नौज


कन्नौजः संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा के अंतर्गत कलेक्ट्रेट सभागार में सभी विभागों की बैठक हुई. बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को इस पखवाड़े की पूरी जानकारी दें. पखवाड़े के तहत मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.

कन्नौज के चिकित्सालयों में लगेगा स्वास्थ्य शिविर.

10 जून से 25 तक चलेगा जन जागरूक कार्यक्रम

  • बैठक में सभी चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज में फीवर हेल्प डेस्क की स्थापना करने का आदेश.
  • चिकित्सालयों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर रोगियों को दवा वितरण करने का आदेश.
  • मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए 10 जून से 25 जून तक जन जागरूक कार्यक्रम चलाया जाएगा.

मच्छर जनित इन बीमारियों से रहे सावधान

  • पैरासाइट प्लाज्मोडियम के कारण मलेरिया होता है. यह रोग संक्रमित एनोफेलीज मच्छर के काटने से फैलता है.
  • इस बीमारी के लक्षणों में बुखार, सिर दर्द, और उल्टियां होने लगती हैं.
  • मलेरिया का अगर तुरंत इलाज नहीं किया जाता है, तो यह बीमारी जानलेवा हो सकती है.

डेंगू से रहें सावधान

  • डेंगू वायरस एडीज इजिप्टी प्रजातियों के मादा मच्छर से फैलता है.
  • डेंगू के लक्षणों में हाईफीवर, तेज सिरदर्द, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द और नाक व मसूड़ों से हल्का खून निकलने लगता है.

चिकनगुनिया फीवर

  • चिकनगुनिया मच्छरों से फैलने वाला एक ऐसा बुखार है, जो इंसान के शरीर के समस्त जोड़ों को प्रभावित कर शरीर को भी काफी नुकसान पहुंचाता है.
  • चिकनगुनिया से तेज बुखार, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द और तेज सिरदर्द होता है.
  • चिकनगुनिया बुखार के लक्षणों को दूर करने के लिए आराम और तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए.

जिका फीवर

  • जिका वायरस भी एडीज प्रजातियों के मच्छरों के काटने से फैलता है.
  • जिका वायरस के लक्षण हल्के होते हैं और इसमें बुखार ज्वाइंट मसल्स पेन या दाने निकलने लगते हैं .

जापानी इंसेफ्लाइटिस

  • जापानी इंसेफेलाइटिस एक वायरस है, जो मच्छरों द्वारा फैलता है.
  • जापानी इंसेफ्लाइटिस में मस्तिष्क में सूजन होती है. यह केंद्रीय तंत्रिका-तंत्र को प्रभावित करता है और गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है.
  • जापानी इंसेफ्लाइटिस बीमारी में लंबे समय तक स्नायविक विकलांगता और मृत्यु होने की संभावना रहती है.

यह संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा चल रहा है, जिसमें 10 जून से लेकर 25 जून तक सभी विभाग जो जिले के हैं इसमें हिस्सा लेंगे. घातक बीमारियां मलेरिया, कालाजाल, डेंगू जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी विभागों की बैठक गई है. इसमें डीएम द्वारा सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि वह अपने-अपने विभाग द्वारा शासन की मंशा के अनुरूप जो भी उनको उत्तरदायित्व मिला है, वह उसको पूर्ण करें.

-डॉ केसी राय, उप मुख्य चिकित्साधिकारी, कन्नौज

Intro:10 जून से 25 तक चलेगा यह पखवाड़ा, किया जाएगा जानलेवा मच्छरजनित इन रोगों से बचाव

मच्छर आपके स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है यह वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट में साफ हो गया है कि मच्छरों के काटने से हर साल दस लाख से ज्यादा मौत होती है । और उनमें मौत का मुख्य कारण मलेरिया जैसी घातक बीमारियां ही होती हैं। मलेरिया ही केवल जानलेवा बीमारी नहीं है जो कि मच्छरों के काटने से होती है , ऐसी ही और कई बीमारियां हैं जो कि मच्छर जनित हैं और उनके रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है, जिसके लिए कन्नौज जिला प्रशासन 10 जून से लेकर 25 जून तक एक कार्यक्रम चलाने जा रहा है , जिसमें जन जागरुक करते हुए मरीज की जांच कर उसका इलाज किया जाएगा । आइए देखते हैं कन्नौज से यह स्पेशल रिपोर्ट।




Body:कन्नौज जिला अधिकारी रवींद्र कुमार ने संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा के अंतर्गत कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के सभी विभागों की बैठक की जिसमें उन्होंने उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए की वह जनपद के सभी संबंधित विभागों सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को इस पखवाड़े की पूरी जानकारी उपलब्ध कराएं और क्षेत्र में इस पखवाड़े के सफल क्रियान्वयन हेतु कार्ययोजना तैयार कर सार्वजनिक स्थलों एवं चिकित्सालय में बैनर पोस्टर पंपलेट आशा व एएनएम आदि के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें सभी चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज में फीवर हेल्प डेस्क की स्थापना की जाए इसके साथ ही स्वास्थ्य शिविर लगाकर आने वाले रोगियों को दवा वितरण का कार्य भी सुनिश्चित किया जाए और संक्रामक रोगों से रसीद क्षेत्रों में औषधियों का वितरण किया जाए इसके साथ ही मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए जन जागरूक कार्यक्रम 10 जून से 25 जून तक चलाया जाएगा।

मच्छर जनित इन बीमारियों से रहे सावधान....?

मलेरिया फीवर

यह एक पैरासाइट प्लासमोडियम के कारण बीमारी होती है यह रोग संक्रमित एनोफेलीज मच्छरों के काटने के माध्यम से फैलता है । यह पैरासाइट्स लीवर में बढ़ते जाते हैं और लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करती हैं। इस बीमारी के लक्षणों में बुखार, सिर दर्द, और उल्टियां शामिल हैं । अगर इसका तुरंत इलाज नहीं किया जाता है तो यह बीमारी जानलेवा हो सकती है।

डेंगू फीवर

डेंगू वायरस एडीज इजिप्टी प्रजातियों के मादा मच्छर से फैलता है और कुछ हद तक एडिज अलबोपिक्टस द्वारा फैलता है । इस बीमारी के लक्षणों में हाईफीवर, तेज सिरदर्द, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द और नाक व मसूड़ों से हल्का खून निकलना शामिल है। डेंगू बुखार को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है । क्योंकि इससे पीड़ित लोगों को इतना अधिक दर्द होता है कि जैसे उनकी हड्डियां टूट रही हो।

चिकनगुनिया फीवर

चिकनगुनिया मच्छरों से फैलने वाला एक ऐसा बुखार है । जो इंसान के शरीर के समस्त जोड़ों को प्रभावित कर शरीर को भी काफी नुकसान पहुंचाता है । यह संक्रमित बीमारी एडीज इजिप्टी और एडिज अलबोपिक्टस जैसे संक्रमित मच्छरों के काटने से होती है । इस बीमारी में तेज बुखार, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द और तेज सिरदर्द होता है । इस बीमारी के लिए कोई विशेष उपचार नहीं है लक्षणों को दूर करने के लिए आराम और तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।

जिका फीवर

यह जिका वायरस भी एडीज प्रजातियों के मच्छरों के काटने से फैलता है । इसके लक्षण हल्के होते हैं और इसमें बुखार ज्वाइंट मसल्स पेन या दाने उठते हैं । इस वायरस को रोकने के लिए कई तरह के प्रयोग भी किए जा रहे हैं।

लिम्फेटिक फिलेरियासिस (फायलेरिया)

यह रोग तीन धागे की तरह दिखने वाले परजीवी फिलारियल कीड़े, वुकिवरिया ब्रेनक्राफी, ब्रुइया मलयी और ब्रुइया टीमोरी के कारण होता है जो सभी मच्छरों के प्रेषित होता है। यह लिम्फेटिक सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है और इससे शरीर के अंगों में सूजन होती है। लिम्फेटिक डैमेज के कारण संक्रमण के लगातार हमले भी होते रहते हैं।

जापानी इंसेफ्लाइटिस

जापानी इंसेफेलाइटिस भी एक वायरस है । जो मच्छरों द्वारा फैलाया जाता है । जिससे मस्तिष्क की सूजन होती है। यह केंद्रीय तंत्रिका-तंत्र को प्रभावित करता है और गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है । जैसे कि लंबे समय तक स्नायविक विकलांगता और मृत्यु। इस वायरस से संक्रमित मच्छरों के काटने के बाद जापानी इंसेफलाइटिस के साथ संक्रमण होता है ।

सूअर भी इस बीमारी का मुख्य वाहक होते हैं सूअर के ही शरीर में इस बीमारी के वायरस पनपते हैं और फलते-फूलते हैं, फिर मच्छरों द्वारा यह वायरस सूअर से मानव शरीर में पहुंच जाता है। चावल के खेतों में पनपने वाले मच्छर जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस से संक्रमित होते हैं। यह वायरस दरअसल सेंट लुई एलसिफेसिटिस वायरस एंटीजनीकली से संबंधित एक फ्लेविवायरस है। जापानी एनसेफेलिटिस के वायरस का संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं होता है। यह संक्रमित व्यक्ति के छूने आदि से नहीं फैलता है । यह केवल पालतू सूअर और जंगली पक्षी ही जापानी एनसेफेलिटिस वायरस को फैला सकते हैं।


Conclusion:
मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा के अंतर्गत जन जागरूक कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसकी जानकारी देते हुए डॉo केoसीo राय उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी कन्नौज ने बताया कि यह संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा चल रहा है जिसमें 10 जून से लेकर 25 जून तक सभी विभाग जो जिले के हैं इसमें हिस्सा लेंगे , जो घातक बीमारियां हैं जिसमें मलेरिया, कालाजाल, डेंगू यह सब जो बीमारियां होती हैं , इसकी रोकथाम के लिए सभी विभागों की एक बैठक डीएम की अध्यक्षता में की गई है, जिसमें डीएम द्वारा सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि वह अपने-अपने विभाग द्वारा जो शासन की मंशा के अनुरूप है जो भी उनका उत्तरदायित्व मिला है वह उसको पूर्ण करें । जनमानस में जागरूकता फैलाना कि वह साफ सफाई रखें कहीं भी नाली में घर के अंदर या बाहर पानी रुका हुआ है तो उसको रुकने ना दें, जिससे मच्छर पनपते हैं और उन्हीं मच्छरों की वजह से बीमारियां फैलती हैं, तो विशेष कार्यक्रम यह है कि हमें जन जागरूकता करना है और यदि उसमें से हमारे कोई बुखार के मरीज निकलते हैं तो हम उनकी जांच करके सही समय से उनका इलाज कराएं।

बाइट- डॉo केo सीo राय - उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी कन्नौज
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कन्नौज से पंकज श्रीवास्तव
94 15 16 8969

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