कन्नौज: जिला अस्पताल में गर्भवती को भर्ती न करने और ऑटो में प्रसव मामले में लापरवाही बरतने वाली दो स्टॉफ नर्सों को हटा दिया गया है. दोनों स्टॉफ नर्सों को अलग -अलग सीएचसी भेज दिया गया है. इस मामले में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के मामले का संज्ञान लेने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया था. सीएमओ ने दो सदस्यीय जांच टीम गठित की थी. एक नर्स को सीएचसी गुरसहायगंज तो दूसरी को गुगरापुर सीएचसी भेजा गया है. जांच रिपोर्ट में महिला एचआईवी पॉजिटिव होने की बात सामने आई है.
क्या है पूरा मामला
छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर बीते बुधवार को पति छिबरामऊ के सौ शैय्या अस्पताल में प्रसव कराने के लिए ले गया था. वहां पर से गर्भवती को स्वास्थ्य कर्मियों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था. गर्भवती महिला के पति ने आरोप लगाया था कि जिला अस्पताल में भी उसकी पत्नी को भर्ती करने की बजाए रेफर कर दिया गया.
इसे भी पढ़ेंः जिला अस्पताल से गर्भवती को लौटाया, ऑटो में बच्चे का जन्म, डिप्टी सीएम ने दिए कार्रवाई के निर्देश
मेडिकल कॉलेज जाते समय गर्भवती ने ऑटो में बच्चे को जन्म दे दिया था. गर्भवती को भर्ती न करने और ऑटो में प्रसव होने की जानकारी होने पर डिप्टी सीएम ने तत्काल मामले को संज्ञान लिया और सीएमओ को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद सीएमओ डॉ. विनोद कुमार ने एसीएमओ, डॉ. एके जाटव और जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. बृजेश शुक्ला की दी. दो सदस्सीय टीम को जांच के लिए भेजा था. टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर स्टॉफ नर्स नीरज देवी को जिला अस्पताल के प्रसव कक्ष से हटाकर सीएचसी गुरसहायगंज और नर्स रीता को सीएचसी गुगरापुर भेजा गया है. कार्रवाई के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच रिपोर्ट शासन को भेजी गई है. साथ ही जांच रिपोर्ट में महिला एचआईवी पॉजिटिव होने की बात सामने आई है.
इसे भी पढ़ेंः रामपुर के जिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के खाने पर पड़ रहा है डाका