कन्नौज: राजस्थान के जयपुर से चलकर बुधवारसुबह कन्नौज पहुंची ट्रेन में 425 प्रवासी मजदूरों की जगह 160 मजदूर ही आए. अन्य प्रवासी मजदूर कहां हैं, इसकी जानकारी अधिकारियों को भी नहीं है. प्रशासन इन 265 मजदूरों का पता लगाने का प्रयास कर रहा है. बताया जा रहा है कि ट्रेन के कन्नौज स्टेशन पहुंचने से पहले ही फर्रुखाबाद में मजदूरों का बड़ा जत्था चुपचाप उतर गया और ये लोग अपने-अपने घरों की ओर चल पड़े. ऐसे में न तो वहां थर्मल स्क्रीनिंग हुई और न ही उनकी कोई जानकारी वहां के प्रशासन के पास है.
तय स्टेशन से पहले ही उतरे प्रवासी
नियमों के तहत इन सभी मजदूरों को ट्रेन से कन्नौज आना था और यहां से जांच-पड़ताल के बाद बसों से उनको उनके गृह जनपद भेजा जाना था. लेकिन 265 मजदूरों ने ऐसा नहीं किया और वह तय स्टेशन से पहले ही फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन पर उतर गए.
संक्रमण फैलने का खतरा
ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि बिना जांच-पड़ताल के यह मजदूर जहां भी जाएंगे और उनमें से कोई भी कोरोना संक्रमित हुआ तो वह पूरे क्षेत्र में महामारी फैला देगा. हालांकि इन मजदूरों की सूचना फर्रुखाबाद जिला प्रशासन को दी गई, ताकि उन सभी 265 मजदूरों को चिन्हित कर उनकी जांच कराई जा सके.
दलबल के साथ स्टेशन पहुंचे एडीएम
एडीएम गजेंद्र कुमार दलबल के साथ रेलवे स्टेशन पर पहुंचे, लेकिन जब ट्रेन कन्नौज पहुंची तो यहां 425 की बजाय महज 160 मजदूर ही ट्रेन में निकले. बाकी के 265 मजदूर गायब थे. ये मजदूर कहां चले गए, इसकी कोई जानकारी स्थानीय प्रशासन के पास नहीं है, जो 160 मजदूर कन्नौज रेलवे स्टेशन पर उतरे, उन सभी की थर्मल स्क्रीनिंग कराने के बाद बसों में बैठा कर भेज दिया गया.