झांसी: जून महीना बीत जाने के बाद भी झांसी में अभी तक एक भी ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plant) का काम पूरा नहीं हो सका है. जनपद में 11 ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plant) तैयार किये जाने का लक्ष्य है, जिससे कोरोना की तीसरी संभावित लहर को चुनौती दी जा सके. तीस जून तक प्लांट का काम पूरा किये जाने का लक्ष्य था, लेकिन अधिकांश प्लांटों का काम अधर में लटका हुआ है. दूसरी ओर प्लांट निर्माण के काम में किसी तरह की बाधा न आये, इसे देखते हुए कई सरकारी विभागों, जन प्रतिनिधियों और उद्यमियों ने इस काम में आर्थिक मदद भी की है.
जनपद में बन रहे हैं ग्यारह प्लांट
झांसी जनपद के दस अस्पतालों में ग्यारह ऑक्सीजन प्लांट स्थापित होने हैं. महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज(Maharani Laxmibai Medical College) में दो ऑक्सीजन प्लांट तैयार करने का काम चल रहा है. इन दो प्लांटों का काम पन्द्रह से बीस जुलाई तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा जिला अस्पताल, मिलिट्री अस्पताल, कैंट अस्पताल, रेलवे अस्पताल, सीएचसी समथर, सीएचसी गरौठा, सीएचसी बरुआसागर, सीएचसी बड़ागांव और सीएचसी रानीपुर में भी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने पर काम चल रहा है, लेकिन अभी तक एक भी ऑक्सीजन प्लांट का काम पूरा नहीं हो सका है.
झांसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और मंडलीय नोडल अफसर सर्वेश कुमार दीक्षित कहते हैं कि जनपद झांसी में ग्यारह ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं. जिला अस्पताल में बन रहे ऑक्सीजन प्लांट के लिए झांसी विकास प्राधिकरण ने पच्चीस लाख रुपये की आर्थिक मदद की है. इसके अलावा शासन से धनराशि प्राप्त हो रही है. जनप्रतिनिधियों और सीएसआर से भी मदद मिल रही है. सबसे पहले झांसी जिला अस्पताल में प्लांट लगने जा रहा है और इसके लगने से नगरवासियों को काफी लाभ होगा.
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कोरोना काल में लोगों को हुई थी काफी परेशानी
कोरोना की दूसरी लहर में प्रदेश सहित पूरे देश में लोगों को बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ा था. कोरोना काल में जहां लोगों को उचित इलाज नहीं मिल रहा था, वहीं ऑक्सीजन की कमी से भी जूझना पड़ा था. उस समय कई जगहों से ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौत की खबरें भी सामने आई थीं.