झांसीः यूपी के झांसी से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. अहमदाबाद से बनारस जा रही साबरमती एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में एक बीमार व्यक्ति की मौत हो गई. युवक की मौत के बाद शव के साथ उसकी पत्नी और 2 बच्चे लगभग 12 घंटे तक सफर करते रहे. इस बात की रेलवे प्रशासन को भनक तक नहीं लगी. सूचना मिलने के बाद जीआरपी द्वारा झांसी रेलवे स्टेशन पर शव को उतार लिया गया. इसके साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच पड़ताल में जुटी है.
अहमदाबाद से बीमार पति को अयोध्या ला रही थी पत्नी
जानकारी के मुताबिक अयोध्या के थाना इनायत नगर के मझलाई निवासी रामकुमार (36) अहमदाबाद में मार्बल लगाने का काम करता था. वहीं, अपनी पत्नी प्रेमा और 2 बच्चों के साथ रहता भी था. सोमवार को रामकुमार की तबियत अचानक बिगड़ गई थी. तबीयत ज्यादा खराब होने पर उसकी पत्नी, बच्चे और दोस्त साबरमती एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या-19167) के स्लीपर कोच नंबर S-6 और सीट नंबर 43, 44 और 45 पर सवार होकर अयोध्या आ रहे थे. रास्ते में कब रामकुमार ने की मौत हो गई, पत्नी और बच्चों को मालूम ही नहीं चला.
दवा खिलाने के लिए जगाया तो पता चला
झांसी रेलवे स्टेशन के पहले मंगलवार को पत्नी प्रेमा ने राजकुमार को दवा खिलाने के लिए जगाने की कोशिश की. काफी कोशिश के बाद भी राजकुमार नहीं उठे. इस दौरान प्रेमा को पता चला कि उसके पति की मौत हो चुकी है. पति के शव से लिपट कर प्रेमा और दोनों बच्चे दहाड़ मारकर रोने लगे. ट्रेन में रोने की आवाज सुनकर सफर करने वाले यात्री एकत्र हो गए. यात्रियों ने मामले की जानकारी रेलवे के उच्चाधिकारियों को दी. इसके बाद मंगलवार की शाम 8 बजे रेलवे के अधिकारियों ने झांसी रेलवे स्टेशन पर जीआरपी की मदद से शव को नीचे उतार लिया. इसके साथ ही शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया. वहीं, राजकुमार की मौत पर उसकी पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है.
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