झांसी: शहर में सफाई कर्मियों ने शुक्रवार शाम शहर में मशाल जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया. साथ ही शनिवार यानी आज से झांसी की सफाई व्यवस्था ठप करने का एलान किया. प्रदर्शनकारी सफाई कर्मियों का कहना है कि उनकी मांगों पर शासन- प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा है. ऐसे में आवाज बुलंद करने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ा.
सीएम को भेजा ज्ञापन
सफाई कर्मियों ने मशाल जुलूस निकालकर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा. ज्ञापन में सफाई कर्मियों की समस्याओं को दूर करते हुए उनका शोषण रोकने की मांग की गई है. इसके साथ ही विभिन्न सरकारी विभागों में सफाई कर्मियों की स्थायी नियुक्ति की मांग रखी गई.
स्थायी नियुक्ति की मांग
कर्मचारी नेता अशोक प्याल ने कहा कि दो महीने से लगातार आवाज उठा रहे हैं, लेकिन नगर निगम प्रशासन हमारी कोई बात सुनने को तैयार नहीं है. मजबूर होकर यह मशाल जुलूस निकलना पड़ा. कल से झांसी की सफाई व्यवस्था ठप करने का निर्णय लेना पड़ा. हमारी मांग है कि संविदा और आउटसोर्स पर काम करने वाले सफाईकर्मी, ड्राइवर, कंडक्टर सभी को नियमित किया जाए.
सफाई कर्मियों ने निकाला मशाल जुलूस, आज से सफाई व्यवस्था ठप - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
झांसी में शनिवार से सफाई कर्मचारी सफाई कार्य करने के लिए नहीं आएंगे. नगर निगम अधिकारियों द्वारा सफाई कर्मचारियों की मांगों पर गौर न किए जाने से नाराज सफाई कर्मचारियों ने कामबंद कर हड़ताल का एलान किया है.
झांसी: शहर में सफाई कर्मियों ने शुक्रवार शाम शहर में मशाल जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया. साथ ही शनिवार यानी आज से झांसी की सफाई व्यवस्था ठप करने का एलान किया. प्रदर्शनकारी सफाई कर्मियों का कहना है कि उनकी मांगों पर शासन- प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा है. ऐसे में आवाज बुलंद करने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ा.
सीएम को भेजा ज्ञापन
सफाई कर्मियों ने मशाल जुलूस निकालकर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा. ज्ञापन में सफाई कर्मियों की समस्याओं को दूर करते हुए उनका शोषण रोकने की मांग की गई है. इसके साथ ही विभिन्न सरकारी विभागों में सफाई कर्मियों की स्थायी नियुक्ति की मांग रखी गई.
स्थायी नियुक्ति की मांग
कर्मचारी नेता अशोक प्याल ने कहा कि दो महीने से लगातार आवाज उठा रहे हैं, लेकिन नगर निगम प्रशासन हमारी कोई बात सुनने को तैयार नहीं है. मजबूर होकर यह मशाल जुलूस निकलना पड़ा. कल से झांसी की सफाई व्यवस्था ठप करने का निर्णय लेना पड़ा. हमारी मांग है कि संविदा और आउटसोर्स पर काम करने वाले सफाईकर्मी, ड्राइवर, कंडक्टर सभी को नियमित किया जाए.