झांसी : जिला वासियों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है. पर्याप्त उत्पादन नहीं होने की वजह से जिले में बिजली संकट गहरा रहा है. झांसी के पारीछा में स्थित थर्मल पावर प्रोजेक्ट में लगी चार यूनिट में से दो यूनिट केवल इसलिए बंद कर दी गईं, क्योंकि कोयले की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में नहीं हो रही थी. पिछले शनिवार और रविवार को एक एक यूनिट बंद की गई थी. अब केवल दो यूनिट से ही काम चलाया जा रहा है. इससे उत्पादन गिर गया है. बिजली पर्याप्त मात्रा में सप्लाई नहीं होने से लोग परेशान हैं. विद्युत वितरण राम अब भरोसे है. किसको कितनी बिजली मिलती है, यह उसके किस्मत की बात है.
आपको बता दें, पारीछा थर्मल पावर हाउस में 920 मेगावाट बिजली का उत्पादन चारों यूनिट के चलते होता है. लेकिन दो यूनिट के बंद होने के बाद उसकी आधी बिजली बनाना मुश्किल हो गया है. अर्थात 24 घंटे में जो 460 मेगावाट बिजली बननी चाहिए थी, वह नहीं बन पा रही है. क्योंकि प्रतिदिन पावर हाउस को मात्र दो रैक ही कोयले की मिल पा रही है, जबकि प्रतिदिन की खपत चार से पांच रैक होती है. ऐसे में उत्पादन गिरा है. शुरुआत में 460 मेगावाट, उसके बाद 380 मेगावाट, फिर 372 मेगावाट और अंत में पिछले 24 घंटे के अंदर में 270 मेगावॉट पर ही उत्पादन आकर थम गया.
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झांसी जनपद में भी इस संकट की घड़ी में उत्पादन की कमी ने कटौती बढ़ा दी है. झांसी में जो बिजली मिलती थी, उसमें अब कम से कम 4 से 5 घंटे की कटौती नगरीय क्षेत्र में और 9 से 10 घंटे की कटौती ग्रामीण क्षेत्र में की जा रही है. इस कटौती से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.