झांसी: जनपद के जिला अस्पताल में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब वहां गलत इंजेक्शन लगने की वजह से मरीजों की हालत बिगड़ गई. हालत बिगड़ने वालों में से एक-दो नहीं बल्कि पूरे 12 मरीज थे. सूचना पाकर आनन-फानन में सीनियर डॉक्टर भी मौके पर पहुंच गए और मरीजों का दोबारा इलाज किया गया. फिलहाल मंडलीय चिकित्सा प्रमुख बीके गुप्ता ने स्टाफ से मामले की जानकारी लेकर जांच के आदेश दिए हैं.
क्या है पूरा मामला
- अलग-अलग रोग से ग्रसित मरीज जिला अस्पताल में अपना इलाज करवाने आए थे.
- रविवार को रात करीब 9.30 बजे चिकित्सक के राउंड पर जाने के बाद स्टाफ नर्स ने सभी मरीजों को इंजेक्शन लगाया.
- इसके कुछ ही मिनट बाद सभी मरीजों को ठंड, बुखार व घबराहट होने लगी.
- एक साथ मरीजों की हालत बिगड़ने पर तीमारदारों ने हंगामा शुरू कर दिया.
- मौके पर मौजूद स्टाफ नर्सों ने किसी तरह मामला संभालने का प्रयास किया.
सूचना पर पहुंचे सीएमएस
- तीमारदारों के न मानने पर सूचना अधिकारियों को दी गई.
- इसके बाद घटना के संबंध में पुलिस को बताया गया.
- सूचना पर पहुंचे मंडलीय चिकित्सा प्रमुख डॉ. बलवीर कृष्ण गुप्ता ने सीनियर चिकित्सकों के साथ मरीजों का इलाज किया.
- हॉस्पिटल में हंगामा काट रहे तीमारदारों को पुलिस ने शांत करवाया.
अन्य वार्डों में और भी मरीजों को रेनटेक इंजेक्शन लगाए गए थे, लेकिन इस वार्ड में मरीजों की हालत बिगड़ी. इस मामले की जांच की जाएगी. इसके लिए टीम गठित की जाएगी. रेनटेक इंजेक्शन एसेडिटी में काम आता है.
डॉ. बलबीर कृष्ण गुप्ता, सीएमएस