झांसीः उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट के दौरान हुए एमओयू के बाद उनपर अब तक हुई कार्रवाई और प्रगति को लेकर बुधवार को विकास भवन सभागार में समीक्षा बैठक हुई. जिलाधिकारी आंद्रा वामसी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उद्योग विभाग सहित कई विभागों के अधिकारी और एमओयू करने वाली कम्पनियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे. बैठक में कंपनियों के प्रतिनिधियों ने डीएम को अपनी समस्याएं बताईं.
झांसी के लिए हुए थे 24 एमओयू
बता दें कि झांसी जनपद के लिए 24 उद्योगपतियों ने 1593.28 करोड़ के एमओयू हस्ताक्षर किये थे. बैठक में मेसर्स आरएसपीएल लिमिटेड के प्रतिनिधि ने बताया कि उनकी इकाई ने लगभग 45 करोड़ रुपये के निवेश से इकाई का विस्तार कर डिटर्जेण्ट केक एवं पाउडर का उत्पादन कार्य मार्च 2018 से प्रारम्भ किया है. उनकी इकाई में 130 स्थायी कर्मचारी और लगभग 450 कामगार कार्यरत हैं.
कई इकाइयों में उत्पादन शुरू
बैठक में बताया गया कि इण्डोगल्फ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड बबीना ने 131.5 करोड़ के निवेश से वर्ष 2019 में इण्डस्ट्रियल एण्ड डिफेन्स एक्सप्लोसिव का उत्पादन कार्य शुरू कर दिया है. वर्तमान में 100 स्थायी तथा 500 से अधिक अस्थायी कर्मचारी काम कर रहे हैं. मेसर्स बैद्यपथ आयुर्वेद एलएलपी झांसी के प्रतिनिधि ने बताया कि उनकी इकाई में पहले चरण में 51 करोड़ रुपये का निवेश किया जाना है, जिसके तहत निर्माण कार्य चल रहा है. अप्रैल 2021 तक इकाई में उत्पादन प्रारंभ कर दिया जाएगा.
भूमि की है पर्याप्त उपलब्धता
बैठक में उपायुक्त उद्योग सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि मेसर्स गणेश एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड झांसी को इकाई की स्थापना के लिये 300 एकड़ भूमि की जरूरत है. इस पर जिलाधिकारी ने बताया कि तहसील गरौठा, टहरौली, मऊरानीपुर क्षेत्र में पर्याप्त भूमि उपलब्ध है. इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार, सहायक आयुक्त उद्योग अमित द्विवेदी सहित अन्य अफसर व कम्पनियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
झांसी: इन्वेस्टर्स समिट में हुए एमओयू पर कारोबारियों के साथ अफसरों ने की समीक्षा - झांसी के लिए 24 उद्योगपतियों ने किए एमओयू पर हस्ताक्षर
झांसी में उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट में हुए एमओयू पर कारोबारियों के साथ अधिकारियों ने समीक्षा की. इस दौरान कंपनियों के प्रतिनिधियों ने अपने उद्योग की प्रगति और उत्पादन के साथ समस्याएं भी गिनाईं. समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने कारोबारियों को आश्वस्त किया कि इकाई लगाने के लिए जिले में प्रयाप्त जगह है.
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झांसीः उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट के दौरान हुए एमओयू के बाद उनपर अब तक हुई कार्रवाई और प्रगति को लेकर बुधवार को विकास भवन सभागार में समीक्षा बैठक हुई. जिलाधिकारी आंद्रा वामसी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उद्योग विभाग सहित कई विभागों के अधिकारी और एमओयू करने वाली कम्पनियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे. बैठक में कंपनियों के प्रतिनिधियों ने डीएम को अपनी समस्याएं बताईं.
झांसी के लिए हुए थे 24 एमओयू
बता दें कि झांसी जनपद के लिए 24 उद्योगपतियों ने 1593.28 करोड़ के एमओयू हस्ताक्षर किये थे. बैठक में मेसर्स आरएसपीएल लिमिटेड के प्रतिनिधि ने बताया कि उनकी इकाई ने लगभग 45 करोड़ रुपये के निवेश से इकाई का विस्तार कर डिटर्जेण्ट केक एवं पाउडर का उत्पादन कार्य मार्च 2018 से प्रारम्भ किया है. उनकी इकाई में 130 स्थायी कर्मचारी और लगभग 450 कामगार कार्यरत हैं.
कई इकाइयों में उत्पादन शुरू
बैठक में बताया गया कि इण्डोगल्फ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड बबीना ने 131.5 करोड़ के निवेश से वर्ष 2019 में इण्डस्ट्रियल एण्ड डिफेन्स एक्सप्लोसिव का उत्पादन कार्य शुरू कर दिया है. वर्तमान में 100 स्थायी तथा 500 से अधिक अस्थायी कर्मचारी काम कर रहे हैं. मेसर्स बैद्यपथ आयुर्वेद एलएलपी झांसी के प्रतिनिधि ने बताया कि उनकी इकाई में पहले चरण में 51 करोड़ रुपये का निवेश किया जाना है, जिसके तहत निर्माण कार्य चल रहा है. अप्रैल 2021 तक इकाई में उत्पादन प्रारंभ कर दिया जाएगा.
भूमि की है पर्याप्त उपलब्धता
बैठक में उपायुक्त उद्योग सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि मेसर्स गणेश एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड झांसी को इकाई की स्थापना के लिये 300 एकड़ भूमि की जरूरत है. इस पर जिलाधिकारी ने बताया कि तहसील गरौठा, टहरौली, मऊरानीपुर क्षेत्र में पर्याप्त भूमि उपलब्ध है. इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार, सहायक आयुक्त उद्योग अमित द्विवेदी सहित अन्य अफसर व कम्पनियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.