झांसी: राष्ट्रीय सेवा योजना बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के सात दिवसीय शिविर का उद्घाटन सोमवार को विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में प्रभारी कुलपति प्रो. वीके सहगल की अध्यक्षता में हुआ. प्रो. सहगल ने स्वयंसेवकों को सात दिवसीय विशेष शिविर में सहभागिता करने पर बधाई देते हुए कहा कि सात दिन में सभी अपने सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक ज्ञान में परिवर्तित करेंगे.
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कोविड के समय किया काम
उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि कुलसचिव नारायण प्रसाद ने कहा कि सेवा सर्वोपरि धर्म है. एनएनएस के स्वयंसेवकों के सेवा भाव को कोविड के समय में बखूबी देखा गया है. उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूं कि स्वयंसेवक एनएसएस के लक्ष्य गीत ‘उठें समाज के लिए उठें उठें’ को सकारात्मक सिद्ध करेंगे.
एनएनएस के गौरवशाली इतिहास के बारे में बताया
विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित प्रभारी वित्त अधिकारी प्रो. एमएम सिंह ने स्वयंसेवकों को एनएनएस के गौरवशाली इतिहास के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि 1969 में स्थापित यह संस्था नित नए आयाम गढ़ रही है. राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. मुन्ना तिवारी ने स्वयंसेवकों को सात दिवसीय शिविर की बधाई दी. साथ ही पूर्व में एनएसएस द्वारा किए गए कार्यों से नए स्वंयसेवकों को परिचित कराया.
इन कार्यक्रमों का होगा आयोजन
सात दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. श्वेता पांडेय ने प्रस्तुत की. उन्होंने बताया कि आने वाले सात दिनों में एड्स जागरूकता कार्यक्रम, मिशन शक्ति, मतदाता जागरूकता कार्यक्रम, आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम, स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. झांसी के नोडल अधिकारी एनएसएस डाॅ. उमेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई द्वितीय और षष्ठम के स्वयंसेवकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी. इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शुभांगी निगम, प्रशांत मिश्रा, ब्रजेश कुमार लोधी, शिल्पा मिश्रा, यतीन्द्र मिश्रा आदि उपस्थित रहे.