झांसी: चिरगांव ब्लॉक के ग्राम बमनुआ में लॉकडाउन के दौरान मजदूरों से मनरेगा में काम कराया गया, लेकिन उनमें से बहुत सारे मजदूरों को अभी तक भुगतान नहीं किया जा सका है. मामले की शिकायत जिला स्तर के अफसरों से लेकर सीएम तक की गई है. प्रशासनिक अफसर इसे तकनीकी मामला बताकर समस्या के समाधान का दावा कर रहे हैं.
लॉकडाउन में की मनरेगा के तहत मजदूरी, भुगतान के लिए कर रहे फरियाद - मनरेगा मजदूरों का भुगतान नहीं
यूपी के झांसी जिले में लॉकडाउन के दौरान मनरेगा मजदूरों का भुगतान नहीं होने का मामला सामने आया है. मजदूरों ने बताया कि मजदूरी करने के बाद भी अभी तक पैसा उनके खाते में नहीं आया है.
![लॉकडाउन में की मनरेगा के तहत मजदूरी, भुगतान के लिए कर रहे फरियाद मनरेगा मजदूरों का भुगतान नहीं होने का मामला](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-9324367-thumbnail-3x2-img.jpg?imwidth=3840)
मनरेगा मजदूरों का भुगतान नहीं होने का मामला
झांसी: चिरगांव ब्लॉक के ग्राम बमनुआ में लॉकडाउन के दौरान मजदूरों से मनरेगा में काम कराया गया, लेकिन उनमें से बहुत सारे मजदूरों को अभी तक भुगतान नहीं किया जा सका है. मामले की शिकायत जिला स्तर के अफसरों से लेकर सीएम तक की गई है. प्रशासनिक अफसर इसे तकनीकी मामला बताकर समस्या के समाधान का दावा कर रहे हैं.
मनरेगा मनजदूरों का भुगतान लंबित
ग्राम पंचायत बमनुआ में इन मजदूरों के भुगतान को लेकर कुछ दिन पहले एक बैठक भी हुई, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकला. प्रशासन को दिए शिकायती पत्र के मुताबिक मई से जुलाई महीने तक गांव में बंधी निर्माण और भूमि सुधार के काम किये गए. गांव के मजदूरों ने शिकायती पत्र देकर कहा है कि काम करने के बावजूद इनके खाते में अभी तक पैसा नहीं आया है. शिकायत में यह भी कहा गया है कि गांव के कई लोगों ने काम नहीं किया, लेकिन उनके खाते में भुगतान कर दिया गया है.
ग्रामीणों का आरोप
गांव के रहने वाले महेश कहते हैं कि उन्होंने 23 दिन काम किया था, लेकिन एक रुपया भी भुगतान नहीं हुआ है. शासन से लेकर थाने तक पर शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. सब कहते हैं कि पैसा पाइपलाइन में फंसा है, आ जायेगा. अभी तक एक भी पैसा नहीं मिला है.
क्या कहते हैं अफसर
झांसी के मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार कहते हैं कि इस मामले की जांच का बीडीओ को आदेश दिया गया है. जो प्रारंभिक रिपोर्ट आई है, उसके मुताबिक जिन लोगों के खाते में भुगतान नहीं पहुंचा है, उसका तकनीकी कारण है. आधार लिंक खाते में जो अंतिम बार खाता लिंक होता है, उसमें पैसा चला जाता है. इसमें यह बात सामने आई है कि पैसा उनके किसी अन्य खाते में चला गया है.
मनरेगा मनजदूरों का भुगतान लंबित
ग्राम पंचायत बमनुआ में इन मजदूरों के भुगतान को लेकर कुछ दिन पहले एक बैठक भी हुई, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकला. प्रशासन को दिए शिकायती पत्र के मुताबिक मई से जुलाई महीने तक गांव में बंधी निर्माण और भूमि सुधार के काम किये गए. गांव के मजदूरों ने शिकायती पत्र देकर कहा है कि काम करने के बावजूद इनके खाते में अभी तक पैसा नहीं आया है. शिकायत में यह भी कहा गया है कि गांव के कई लोगों ने काम नहीं किया, लेकिन उनके खाते में भुगतान कर दिया गया है.
ग्रामीणों का आरोप
गांव के रहने वाले महेश कहते हैं कि उन्होंने 23 दिन काम किया था, लेकिन एक रुपया भी भुगतान नहीं हुआ है. शासन से लेकर थाने तक पर शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. सब कहते हैं कि पैसा पाइपलाइन में फंसा है, आ जायेगा. अभी तक एक भी पैसा नहीं मिला है.
क्या कहते हैं अफसर
झांसी के मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार कहते हैं कि इस मामले की जांच का बीडीओ को आदेश दिया गया है. जो प्रारंभिक रिपोर्ट आई है, उसके मुताबिक जिन लोगों के खाते में भुगतान नहीं पहुंचा है, उसका तकनीकी कारण है. आधार लिंक खाते में जो अंतिम बार खाता लिंक होता है, उसमें पैसा चला जाता है. इसमें यह बात सामने आई है कि पैसा उनके किसी अन्य खाते में चला गया है.