झांसी: अक्टूबर 2011 में बुंदेलखंड के दौरे पर आए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मेढ़की गांव के एक दलित के घर खाना क्या खाया कि घर के मुखिया कुंजीलाल रातों-रात सेलिब्रिटी बन गए थे. राहुल गांधी के कारण देशभर में चर्चा में रहे कुंजीलाल अब इस दुनिया में नहीं रहे. बीमारी का सही इलाज नहीं होने के कारण उनकी मौत हो गई थी, लेकिन परिवार आज भी राहुल गांधी की तारीफ करते नहीं थकता है.
दरअसल 10 अक्टूबर, 2011 में राहुल गांधी झांसी के दौरे पर आए हुए थे. इस दौरान अचानक राहुल गांधी झांसी के मेढ़की गांव के रहने वाले कुंजीलाल के घर पहुंच गए. राहुल गांधी कुंजीलाल के घर काफी देर तक रुके थे. परिवार के सदस्यों के साथ राहुल गांधी ने खाना खाया और बातचीत भी की थी. सबके साथ तस्वीर भी खिंचवाई थी. इसके बाद यह दलित परिवार देश भर में चर्चा का विषय बन गया था. कुंजीलाल तो जैसे सेलिब्रिटी बन गए थे.
कुंजीलाल के परिवार से अपना जुड़ाव जाहिर करने के लिए राहुल ने कई तरीके भी अपनाए थे. उन्होंने कुंजीलाल के बच्चे को गोद में लेकर प्यार किया. उन्हें अपने हाथों से खाना भी खिलाया था. हर कोई कुंजीलाल को खुश किस्मत मान रहा था. उस समय राहुल गांधी ने कुंजीलाल की परेशानी सुनी और गांव की बदहाली को दूर करने का वादा भी किया था. राहुल गांधी के साथ कुंजीलाल की तस्वीरें तमाम अखबारों की सुर्खियां बन गई थी. इतना ही नहीं झांसी से वापस दिल्ली लौटने के बाद राहुल गांधी ने कुंजीलाल के साथ खिंचवाई तस्वीरें उन्हें भेजी थी.
जिस कुंजीलाल के टूटे-फूटे घर में जाकर राहुल गांधी ने खाना खाया था. उनका गांव आज भी राहुल गांधी परिवार की जमकर तारीफ करते नहीं थकता है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में कुंजीलाल के बेटे लाल चंद्र ने बताया कि राहुल गांधी हमारे गांव में चौपाल लगाने आए थे. चौपाल लागने के बाद वह सीधे हमारे घर पर आए और पिता कुंजीलाल से बातचीत की. वह तीन-चार घंटे तक घर में रुके थे. उन्होंने हमारे घर में खाना भी खाया था. लाल चंद्र ने बताया कि जब पिता कुंजीलाल की तबियत ज्यादा खराब थी तो राहुल गांधी ने हमारी काफी मदद की थी.
लाल चंद्र ने बताया कि पहले तो झांसी में पिता कुंजीलाल के इलाज में उन्होंने काफी मदद की थी, लेकिन जब यहां सही इलाज नहीं मिल पाया तो उन्होंने एम्स में भर्ती करवाया था, जहां उनके पीए और कई नेता मिलने आए थे. लाल चंद्र ने बताया कि राहुल गांधी ने उनके गांव में जो भी वादे किए थे, उनको उन्होंने पूरा किया. राहुल गांधी से हमने और हमारे गांव वाले ने अपने गांव के लिए कुछ नहीं बल्कि पूरे बुंदेलखंड के विकास की मांग की थी. वहीं मोदी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए लाल चंद्र ने कहा कि मोदी सरकार ने मोमफली की पैसे अभी नहीं दिए हैं. हम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.