झांसीः जिले में एनजीओ चलाने के नाम पर कुछ दिनों पहले एक शख्स से साढ़े चार लाख की ठगी का मामला सामने आया था. इसके बाद ठगी के शिकार हुए शख्स ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य का अपहरण कर लिया. अपहरण करने के बाद उसे झांसी लाया गया और उसे मारपीट कर सिगरेट से जलाकर यातनाएं दी गईं. अपहरण की सूचना मिलने पर एसएसपी राजेश एस के निर्देशन में टीम गठित की गई. पूछ थाना पुलिस ने अपहृत को सकुशल बरामद कर 3 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है.
एसएसपी राजेश एस ने बताया की बिहार के भोजपुर निवासी दीपक शांडिल्य ने पूछ थाने में बताया की उसका भांजा आशीष पाठक 19 अक्टूबर को घर से लखनऊ जाने की कहकर निकला था. इसके बाद वह घर नही पहुंचा. इस सूचना पर पुलिस ने तत्काल अभियोग पंजीकृत कर उसकी तलाश की. तभी 25 अक्टूबर को दीपक ने बताया की उसके भांजे को डॉक्टर विक्रम सक्सेना और उनके साथी ने लखनऊ से अपहरण कर पूछ थाना के किसी गांव में बंधक बना कर रखा हुआ है.
इस सूचना पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पूछ हाईवे किनारे बने सुलेमान के फार्म हाउस से अपहृत आशीष पाठक को सकुशल बरामद किया. पुलिस ने दबिश देकर अनुराग यादव निवासी काशीपुरा पूछ, सुलेमान निवासी पूछ, डॉक्टर विक्रम निवासी आवास विकास सीपरी बाजार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस पूछताछ में पता चला कि डॉक्टर विक्रम ज्ञान स्थली पब्लिक स्कूल में प्रिंसिपल है, एक एनजीओ भी चलाता है. एनजीओ में दस करोड़ की फंडिंग को लेकर विनोद कोरियन से बात हुई थी.
इस पर लखनऊ पहुंच कर डॉक्टर विक्रम ने साढ़े चार लाख रुपया विनोद कोरियन के खाते में ट्रांसफर कर दिया. डॉक्टर के साथ उसके साथी भी मौजूद थे. रुपयों की ठगी होने की जानकारी मिलने के बाद विनोद कोरियन के साथी आशीष को लखनऊ से अहपरण कर लिया. उन्होंने आशीष को अपनी चार पहिया गाड़ी में डाल कर झांसी के पूछ थाना क्षेत्र तालाब के पास फार्म हाउस में बंधक बनाकर रखा. चार दिन तक उसे मारा-पीटा. सिगरेट से शरीर पर जलाकर यातनाएं दी. पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे आरोपी विनोद कोरियन निवासी पठोरिया कोतवाली झांसी, रामजी यादव निवासी शिवाजी नगर झांसी, आसू यादव उर्फ शैलेंद्र निवासी मस्जिद के पास मोठ की तलाश शुरू कर दी है.
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