झांसीः गरौठा से पूर्व विधायक और सपा के कद्दावर नेता दीपनारायण सिंह यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में झांसी विजिलेंस टीम ने पूछताछ कर एफआईआर दर्ज कराई है. वहीं, दीपनारायण का कहना है कि वर्तमान भाजपा विधायक जवाहर राजपूत विजिलेंस के अलावा अन्य विभागों से उनकी जांच करा रहे हैं. जबकि वह खुद अवैध खनन करा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि अगर विभाग ईमानदार है, तो उसका लेखा-जोखा ले. जिसका हम लगातार इनकम टैक्स देते हैं.
सपा नेता बताया कि उन्हें राजनीति षडयंत्र के तहत फंसाया जा रहा है. जबकि वह अपने हर व्यापार का लेखा-जोखा आयकर विभाग को देकर प्रत्येक वर्ष आयकर जमा करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विधायक जवाहर लाल राजपूत चुनाव से उन्हें फंसाने की कोशिश में लगे हैं. इस तरह उनपर राजनीतिक से सारा सच सबके सामने आ जाएगा.
बता दें कि शासन ने 5 अप्रैल 2021 को पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव के खिलाफ खुली जांच के आदेश उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान को दिए थे. जांच में सामने आया कि विधायक रहते हुए दीपनारायण सिंह यादव को 14 करोड़ 30 लाख 31444 रुपये की आय हुई है. जबकि इस अवधि में उनका खर्च 37 करोड़ 32 लाख 55844 रुपये पाया गया था. इस प्रकार उन्होंने अपनी आय की तुलना में 23 करोड़ 2 लाख 24400 रुपये का अधिक व्यय किया है.
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इस संबंध में दीपनारायण संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दे पाए. जिसकी वजह से जांच में दीपनारायण सिंह प्रथम दृष्टया आय से अधिक संपत्ति दोषी पाए गए हैं. जांच रिपोर्ट के बाद शासन ने 29 जून को एफआईआर के आदेश दिए थे. अब उनके खिलाफ झांसी के उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान थाना में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1) (बी) और 13 (2) के तहत मामला दर्ज करवाया गया है. इस केस की जांच कानपुर उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान द्वारा की जाएगी.
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