झांसी : मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर ने गुरुवार को ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की. जिसमें उन्होंने मण्डल स्तर बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट एवं माल लदान बढ़ाने के प्रयासों की जानकारी दी. डीआरएम ने बताया कि भारतीय रेल माल लदान को वर्ष 2024 तक दोगुना करने के लक्ष्य पर काम कर रही है. इसे हासिल करने के लिए भारतीय रेल गैर थोक वस्तुओं के परिवहन में बड़े पैमाने पर प्रवेश करने के साथ-साथ कोयला, पीओएल, स्टील, सीमेंट, लौह अयस्क, खाद्यान्न, उर्वरक जैसी पारंपरिक वस्तुओं की ढुलाई में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाने की कोशिश कर रही है.
डीआरएम ने बताया कि झांसी मण्डल ने नवगठित बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों, गुड्स शेड में सुधार, माल ढुलाई, प्रोत्साहन योजनाओं के माध्यम से नए माल यातायात का लदान प्रारम्भ किया है. मण्डल स्तर पर गठित बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट भावी ग्राहकों के साथ निरंतर बातचीत के माध्यम से उनकी आवश्यकता को समझने का प्रयास कर रही हैं.
डीआरएम ने बताया कि माल लदान में बढ़ोतरी की श्रंखला में रायरू एवं मुरैना से बांग्लादेश के लिए भी रैक बुक किये गए हैं. पहले यात्री सुविधाओं को अधिक प्राथमिकता दी जाती रही. लेकिन वर्तमान स्थिति में रेल प्रशासन माल भाड़ा ग्राहक सुविधाओं पर भी ध्यान दे रहा है. इसके लिए हेल्प लाइन की भी शुरुआत की गयी है. जिसका मोबाइल नंबर 97948 31249 है.
डीआरएम ने ये भी बताया कि माल गोदामों के विकास के लिए प्रथम चरण में रायरू, दतिया तथा भीमसेन माल गोदाम को चिन्हित किया गया है. इन माल गोदाम में उजाले का स्तर बढ़ाने, पीने के पानी की उचित व्यवस्था और साज-सज्जा करने के साथ ही मर्चेंट रूम की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा टीकमगढ़ स्टेशन को लदान के लिए खोले जाने पर भी विचार किया जा रहा है.