झांसी: चेन पुलिंग के मामलों के कारण जहां एक ओर रेलगाड़ियों की टाइमिंग पर असर पड़ता है, वहीं दूसरी ओर रेलगाड़ियों और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भी आशंका बढ़ जाती है. रेलवे सुरक्षा बल चेन पुलिंग के मामलों को रोकने के लिए कई स्तरों पर प्रयास कर रहा है. एक अनुमान के मुताबिक झांसी रेल मंडल में पिछले पांच महीने में लगभग चार सौ बार ट्रेनों में चेन पुलिंग के मामले सामने आए हैं.
रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट झांसी ने 96 लोगों को गिरफ्तार कर 61,885 रुपये, ग्वालियर पोस्ट ने 69 केस में 98,590 रुपये, मुरैना पोस्ट ने 31 केसों से 17,480 रुपये, ललितपुर पोस्ट ने 24 केसों से 5,735 रुपये और उरई पोस्ट ने 23 केसों से 14,990 रुपये जुर्माने के रूप में वसूले. इसके अलावा झांसी मण्डल में महोबा, बांदा, चित्रकूट धाम कर्वी आदि स्टेशनों के पास से चेन पुलिंग करने वालों की गिरफ्तारी की गई.
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कार्रवाई के इन आंकड़ों से साफ है कि चेन पुलिंग के असल मामलों की संख्या इनसे कहीं अधिक होगी. माना जाता है कि मुख्य रूप से किसी स्थान विशेष पर स्टॉपेज न होने या आपराधिक घटना को अंजाम देने के बाद भागने के प्रयास में चेन पुलिंग की जाती है. कई बार बिना मतलब ही लोग चेन पुलिंग कर देते हैं.
उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मण्डल के जन संपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह के मुताबिक जिन क्षेत्रों में चेन पुलिंग के मामले अधिक होते हैं, उन्हें चिह्नित कर वहां विशेष तरह से जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं और धरपकड़ की कार्रवाई की जाती है.