झांसी: खेतों में फसलों का अवशेष जलाने का सिलसिला थम नहीं रहा है. प्रशासन की चेतावनी के बाद भी खेतों में फसल के अवशेष जलाने पर जनपद के गुरसराय और बड़ागांव थानों में दो किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इससे पहले भी जनपद के दो किसानों के खिलाफ खेतों में फसलों का अवशेष जलाने पर केस दर्ज किया जा चुका है.
तिल का अवशेष जलाने और मछली भूनने पर दर्ज हुआ केस
जनपद के गुरसराय थाने में लेखपाल बृजगोपाल विश्वकर्मा की शिकायत पर मडोरी गांव के रहने वाले कैलाश नारायण के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. कैलाश पर खेत में तिल की फसल का अवशेष जलाकर राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के आदेश का उल्लंघन करने और वायुमंडल को प्रदूषित करने का आरोप है. इसके अलावा बड़ागांव थाने में लेखपाल मोहित कुमार की शिकायत पर अज्ञात किसान के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. आरोप है कि मछली भूनने के लिए ग्राम पारीछा में खेत मे आग लगा दिया गया था. जिससे वातावरण को नुकसान हुआ.
प्रशासन के लिए चुनौती
आने वाले दिनों में प्रशासन के लिए चुनौती बढ़ने वाली है. दरअसल, इस क्षेत्र में खेतों में फसल के अवशेष जलाने की परंपरा काफी समय से रही है. पिछले साल भी धान की फसल की कटाई के बाद खेतों में पराली जलाने पर बड़ी संख्या में किसानों के खिलाफ केस दर्ज किए गए थे. अभी फसलों की कटाई का मुख्य मौसम बाकी है. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि विभाग और पुलिस-प्रशासन की ओर से किसानों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने की आवश्यकता है.