झांसी: जिले में पराली जलाने की घटनाओं को रोक पाने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है. हर रोज दर्ज हो रहे मुकदमों के बावजूद लगातार पराली जलाने की घटनाएं हो रही हैं. प्रशासनिक अफसर किसानों को पराली प्रबंधन में किसी भी तरह की मदद और काउंसलिंग देने में नाकाम साबित हो रहे हैं. वहीं मोठ और चिरगांव थानों में पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ लेखपाल की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है.
तीन किसानों के खिलाफ केस दर्ज
जनपद के मोठ थाने में लेखपाल भानु प्रकाश की तहरीर पर बघौनिया गांव के रहने वाले छदामीलाल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. लेखपाल संजय की तहरीर पर चिरगांव थाने में जरयाई गांव के रमाकांत के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. लेखपाल जयहिंद यादव की तहरीर पर ग्राम मोडकला के रहने वाले वेद सिंह के खिलाफ चिरगांव थाने में केस दर्ज किया गया है. इन सभी किसानों के खिलाफ धारा 188, 278, 290 और 291 के तहत केस दर्ज किया गया है.
जागरूकता कार्यक्रमों में अफसरों की उदासीनता
दरअसल शासन के निर्देश हैं कि पराली जलाने वाले किसानों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही प्रशासनिक अफसरों और कृषि विभाग के अफसरों को निर्देश हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को पराली के प्रबंधन के लिए जागरूक किया जाए. साथ ही पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जाए. प्रबंधन और जागरूकता कार्यक्रमों में अफसरों की उदासीनता के कारण पराली जलाने की घटनाएं कम नहीं हो रही हैं.