झांसीः जिले में आंदोलनरत किसान और किसान संगठन के पदाधिकारी शुक्रवार को सरकारी अफसरों को दूध पिलाने उनके दफ्तर पहुंचे. उनके साथ सपेरे, दूध और सांप भी थे. ये लोग सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय बेतवा भवन पर गए. जहां उन्होंने दफ्तर में बैठे अफसरों से बाहर आकर दूध पीने को कहा. लेकिन किसानों की भीड़ देखकर अफसर अपने चैंबर में ही बैठे रहे और कोई भी अफसर किसानों के बीच नहीं आया.
इसके बाद दफ्तर परिसर में ही किसानों ने फर्श पर बैठकर नागपंचमी के विधिवत पूजा का आयोजन किया. इस दौरान महिलाओं ने रंगोली सजाई और किसानों के साथ मौजूद सपेरे के सांप का पूजन किया गया. किसान नेता ने अफसरों के लिए लाये गए दूध को इस सांप को पिलाया और सपेरों को दक्षिणा देकर विदा किया. यह पूरा मजमा होता रहा और सिंचाई विभाग के अफसर अपने चैम्बर में दुबके रहे. जबकि कई कर्मचारी बहाने से किसानों के आसपास पहुंचकर पूरा आयोजन देखते रहे. किसानों के लिए विस्थापन, मुआवजा सहित कई मांगो को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों ने अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए यह अनोखा तरीका अख्तियार किया है.
इसे भी पढ़ें- गोरखपुर: सीएम योगी ने ओलंपिक प्रतिभागियों समेत 75 खिलाड़ियों को किया सम्मानित
किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ ने कहा कि हम सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दूध पिलाने आये थे. आज नागपंचमी है. सिंचाई विभाग के अफसरों के जहर से पूरा बुन्देलखण्ड बर्बाद हो चुका है. ये हमारा हक खा गए और खून पी गए. बीस साल पुराने बने बांधों में भी हम अपने हक के लिए भटक रहे हैं. हम नागपंचमी पर इन अफसरों को दूध पिलाने आये हैं. क्योंकि इससे जहर और गुस्सा शांत होता है. दूध पीकर हमें माफ कर दें और हमारा हक हमें दे दें, जिससे हमारे बच्चे पलायन न करें और भूख से न मरें.