झांसी: रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी से संवाद करने वाले पांचों छात्र-छात्राओं से डीएम आन्द्रा वामसी ने शनिवार को कैंप कार्यालय पर मुलाकात की. इस दौरान डीएम ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.
जिलाधिकारी ने सभी छात्र-छात्राओं से बातचीत की. उन्होंने युवांशी से बात करते हुए कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है और भारत गांव में बसता है. जो योजनाएं बनाएं, उनसे भारत में मुट्ठी भर बाहर से न लाना पड़े. इस पर युवांशी ने कहा कि पूर्ण क्षमता से नए उपाय करें तो ऐसा हो सकता है. जिलाधिकारी ने कहा कि कृषि क्षेत्र को महिलाओं ने संभाला हुआ है. महिलाओं के आने से कृषि क्षेत्र को लाभ होगा.
स्वाति सिंह से बात करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आप के अभिभावक आप पर नाज करते हैं. उन्हें आपकी उपलब्धि से खुशी मिली होगी. वहीं स्वाति सिंह ने डीएम को बताया कि बुंदेलखंड क्षेत्र में पानी की अधिक समस्या है. इसके लिए किसानों को स्प्रिंंकलर, ड्रिप एरिगेशन के साथ ही कम पानी में तैयार होने वाली फसल अपनाने के लिए जागरूक करेंगे.
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के मयंक जैन ने जिलाधिकारी को बताया कि प्रारंभ से ही उन्हें वन क्षेत्र ने आकर्षित किया है. मयंक ने विश्वविद्यालय में वन क्षेत्र का कैसे विस्तार हो और क्या-क्या उपाय किए जाएं, जिनसे वन क्षेत्र का विस्तार किया जा सके, इस विषय पर पर कार्य करने की इच्छा जताई.
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आन्ध्र प्रदेश के छात्र टोनी मनोज कुमार ने बताया कि किसानों को फर्टिलाइजर का कम इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करेंगे. किसानों को पहले स्वयं प्रयोग करते हुए कृषि उत्पादन की जानकारी देंगे. वहीं नरेंद्र सेन ने जिलाधिकारी से बात करते हुए कहा कि किसानों को फल-सब्जी के संरक्षण की जानकारी देने के साथ ही फूड प्रोसेसिंग की ओर भी ले जाना होगा ताकि उन्हें उनके उत्पादन का अधिक से अधिक मूल्य मिल सके.