झांसी: लहचूरा थाना क्षेत्र के गांव धवाकर में कर्ज के बोझ में दबे किसान ने गुरुवार को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. मृतक किसान पर बैंक और साहूकारों का कर्ज बकाया था, जिसे वह चुका नहीं पा रहा था. गांव में ही तालाब किनारे पेड़ से फांसी लगाकर उसने खुदकुशी कर की. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
मृतक सुखलाल अहिरवार की उम्र 55 वर्ष थी. वह एक एकड़ का काश्तकार था. बीमारी, बेरोजगारी, फसल बर्बादी और दिल्ली में मजदूरी न मिलने से वह परेशान था. परिजनों के मुताबिक मृतक पर दो लाख रुपये बैंक केसीसी का और पांच लाख से अधिक रुपये साहूकारों का बकाया था.
घटना की जानकारी पर किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे. शिव नारायण ने कहा कि फसलों के बर्बाद होने और सरकार की गलत नीतियों के कारण बुन्देलखण्ड में किसान लगातार खुदकुशी कर रहा है. आर्थिक तंगी और साहूकारों के दवाब के चलते गुरुवार को सुखलाल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. हम मांग करते हैं कि पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद दें और सारे सरकारी कर्ज माफ किये जाएं.