झांसीः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10 मार्च को झांसी आ सकते हैं. उनके प्रस्तावित आगमन से पहले ही पेयजल योजनाओं को लेकर सक्रियता शुरू हो गई है. दरअसल, सीएम पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे. इसी के तहत बुधवार को जिला पेयजल एवं स्वच्छता समिति की बैठक विकास भवन सभागार में हुई. जिलाधिकारी ने लघु सिंचाई के अधिशाषी अभियंता को जल जीवन मिशन के तहत चल रही परियोजनाओं के विषय में विस्तृत रिपोर्ट बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. लघु सिंचाई विभाग की ओर से डीपीआर न बनाने पर रोष जाहिर किया गया. जल्द कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए. सहायक अभियंता ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत 10 परियोजनाओं में से 03 परियोजनाओं बुड़पुरा, तिलैथा एवं बचावली पर कार्य प्रारंभ हो चुका है.
पेयजल परियोजनाओं का सत्यापन
जिलाधिकारी ने जल निगम के कार्यों की समीक्षा करते हुए पेयजल परियोजना के जांच के आदेश दिए. उन्होंने जल निगम की ओर से 27 परियोजनाओं में रिट्रो फिटिंग कार्य की समीक्षा करते हुए अब तक कराए गए कार्य की तत्काल सूची और विस्तृत रिपोर्ट जिला विकास अधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. ग्रामीण क्षेत्र में चल रही 27 परियोजनाओं के विषय में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि इनका तत्काल सत्यापन कराया जाए.
सिंचाई विभाग के कार्यों की जांच
सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिशासी अभियन्ता ने अवगत कराया कि बबीना में बेतवा से सुकवां-ढुकुवां तक मेन केनाल 20 किमी तैयार हो गई है. 20 किमी माइनर में से 10 किमी माइनर तैयार हो गई है. शेष पर काम जारी है. मुख्य नहर में 04 लिफ्ट पंप लगाकर पानी माइनर नहरों में छोड़ा जाएगा. जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को मनरेगा से दिए गए 06 कार्यों की जांच कराने के निर्देश दिए.