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झांसी: पुस्तक मेले का बुधवार को तीसरा दिन, किताबें विद्यार्थियों को कर रही आकर्षित

उत्तर प्रदेश के झांसी में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के इंडोर स्टेडियम में तीन दिनों की पुस्तक प्रदर्शनी का बुधवार को तीसरा दिन था. इस प्रदर्शनी में हिंदी और अंग्रेजी की पुस्तकों के साथ ही बुन्देलखण्ड की पृष्ठभूमि पर आधारित और बुन्देलखण्ड के लेखकों की लिखी पुस्तकें देखने को मिली.

पुस्तक मेले का बुधवार को तीसरा दिन.
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Published : Oct 17, 2019, 7:51 PM IST

झांसी: बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के इंडोर स्टेडियम में तीन दिनों की पुस्तक प्रदर्शनी का बुधवार को तीसरा दिन था. इस प्रदर्शनी में देश भर से आए 35 से अधिक प्रकाशकों ने पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई. हिंदी और अंग्रेजी की पुस्तकों के साथ ही बुन्देलखण्ड की पृष्ठभूमि पर आधारित पुस्तकें प्रदर्शनी में लोगों का खासा ध्यान खींचने में सफल रहीं.

पुस्तक मेले का बुधवार को तीसरा दिन.

पुस्तक प्रदर्शनी का तीसरा दिन

  • इस प्रदर्शन में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित कई पुस्तकें मेले में देखने को मिली.
  • इसके साथ ही बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के शिक्षकों की कई विषयों पर लिखी पुस्तकें भी मेले में उपलब्ध रहीं.
  • झांसी के नामचीन लेखकों मैत्रेयी पुष्पा, वृंदावन लाल वर्मा और मैथिलीशरण गुप्त की चर्चित कृतियां यहां मेले में प्रदर्शित रहीं.
  • इसके साथ ही विज्ञान, प्रौद्योगिकी, समाज, अर्थशास्त्र और अन्य विषयों की भी किताबों के प्रति विद्यार्थी और पुस्तक प्रेमी खासे आकर्षित दिखे.

छात्र सब्जेक्ट बुक्स खरीदना चाह रहे हैं और विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी के लिए रिकमेंड कर रहे हैं. हिंदी और बुंदेली साहित्य पर भी पुस्तकें हैं.

-डॉ. श्रीदेवी जेट्टी, समन्वयक, पुस्तक मेला

हमारे पास सभी तरह की पुस्तकें हैं. झांसी के लेखकों की भी किताबें हैं. मैत्रेयी पुष्पा, वृंदावन लाल वर्मा, मैथिलीशरण गुप्त की किताबें यहां उपलब्ध हैं. यहां के लोगों में अभी भी साहित्य पढ़ने में रुचि है.

-राम सिंह, स्टॉल मैनेजर


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झांसी: बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के इंडोर स्टेडियम में तीन दिनों की पुस्तक प्रदर्शनी का बुधवार को तीसरा दिन था. इस प्रदर्शनी में देश भर से आए 35 से अधिक प्रकाशकों ने पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई. हिंदी और अंग्रेजी की पुस्तकों के साथ ही बुन्देलखण्ड की पृष्ठभूमि पर आधारित पुस्तकें प्रदर्शनी में लोगों का खासा ध्यान खींचने में सफल रहीं.

पुस्तक मेले का बुधवार को तीसरा दिन.

पुस्तक प्रदर्शनी का तीसरा दिन

  • इस प्रदर्शन में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित कई पुस्तकें मेले में देखने को मिली.
  • इसके साथ ही बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के शिक्षकों की कई विषयों पर लिखी पुस्तकें भी मेले में उपलब्ध रहीं.
  • झांसी के नामचीन लेखकों मैत्रेयी पुष्पा, वृंदावन लाल वर्मा और मैथिलीशरण गुप्त की चर्चित कृतियां यहां मेले में प्रदर्शित रहीं.
  • इसके साथ ही विज्ञान, प्रौद्योगिकी, समाज, अर्थशास्त्र और अन्य विषयों की भी किताबों के प्रति विद्यार्थी और पुस्तक प्रेमी खासे आकर्षित दिखे.

छात्र सब्जेक्ट बुक्स खरीदना चाह रहे हैं और विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी के लिए रिकमेंड कर रहे हैं. हिंदी और बुंदेली साहित्य पर भी पुस्तकें हैं.

-डॉ. श्रीदेवी जेट्टी, समन्वयक, पुस्तक मेला

हमारे पास सभी तरह की पुस्तकें हैं. झांसी के लेखकों की भी किताबें हैं. मैत्रेयी पुष्पा, वृंदावन लाल वर्मा, मैथिलीशरण गुप्त की किताबें यहां उपलब्ध हैं. यहां के लोगों में अभी भी साहित्य पढ़ने में रुचि है.

-राम सिंह, स्टॉल मैनेजर


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Intro:झांसी. बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के इंडोर स्टेडियम में तीन दिनों की पुस्तक प्रदर्शनी का बुधवार को तीसरा दिन था। इस प्रदर्शनी में देश भर से आये 35 से अधिक प्रकाशकों ने पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई। हिंदी और अंग्रेजी की पुस्तकों के साथ ही बुन्देलखण्ड की पृष्ठभूमि पर आधारित और बुन्देलखण्ड के लेखकों द्वारा लिखित पुस्तकें भी प्रदर्शनी में लोगों का खासा ध्यान खींचने में सफल रहीं।


Body:झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित कई पुस्तकें मेले में देखने को मिली। इसके साथ ही बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा कई विषयों पर लिखित पुस्तकें भी मेले में उपलब्ध रहीं। झांसी के नामचीन लेखकों मैत्रेयी पुष्पा, वृंदावन लाल वर्मा और मैथिलीशरण गुप्त की चर्चित कृतियाँ यहां मेले में प्रदर्शित रहीं और लोगों को आकर्षित करती दिखीं। इसके साथ ही विज्ञान, प्रौद्योगिकी, समाज, अर्थशास्त्र व अन्य विषयों की भी किताबों के प्रति विद्यार्थी और पुस्तक प्रेमी खासे आकर्षित दिखे।


Conclusion:पुस्तक मेले की संयोजक डॉ श्रीदेवी जेट्टी ने बताया कि स्टूडेंट सब्जेक्ट बुक्स खरीदना चाह रहे हैं और विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी के लिए रिकमेंड कर रहे हैं। हिंदी और बुंदेली साहित्य पर भी पुस्तकें हैं।

स्टाल मैनेजर राम सिंह ने बताया कि हमारे पास सभी तरह की पुस्तकें हैं। झांसी के लेखकों की भी किताबें हैं। मैत्रेयी पुष्पा, वृंदावन लाल वर्मा, मैथिलीशरण गुप्त की किताबें यहां उपलब्ध हैं। यहां के लोगों में अभी भी साहित्य पढ़ने में रुचि है।

बाइट - डॉ श्रीदेवी जेट्टी - पुस्तक मेला समन्वयक
बाइट - राम सिंह - स्टाल मैनेजर

लक्ष्मी नारायण शर्मा
झांसी
9454013045
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