झांसीः देश के खेल जगत के सर्वोच्च पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड (Rajiv Gandhi Khel Ratna Award) का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड (Major Dhyan Chand Khel Ratna Award) किये जाने की घोषणा को मेजर ध्यानचंद के परिजनों ने सराहना की है. मेजर ध्यानचंद के बेटे अशोक ध्यानचंद ने झांसी में अपने पैतृक आवास पर मीडिया से बात करते हुए इसे गौरवशाली निर्णय बताया है. वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न न दिए जाने के ऐलान को शर्मनाक कदम बताया है.
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वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि पूरे देश के खेल प्रेमी और खेल जगत के लोग चाहते थे कि प्रधानमंत्री दद्दा ध्यानचंद को भारत रत्न से नवाजें, लेकिन नहीं नवाजा. प्रधानमंत्री ने कभी जन भावनाओं का सम्मान नहीं किया. कब क्या करना है, इसको कोई नहीं जानता. यह निश्चित रूप से दद्दा ध्यानचंद का अपमान है. हॉकी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने वाले दद्दा ध्यानचंद को भारत रत्न से नवाजने की घोषणा नहीं करना शर्मनाक है. प्रदीप जैन ने कहा कि लड़ाने, बांटने और नाम बदलने की परंपरा ठीक नहीं है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट कर राजीव गांधी खेल रत्न (Rajiv Gandhi Khel Ratna) पुरस्कार अब मेजर ध्यान चंद (Major Dhyan Chand) के नाम पर देने की घोषणा की है. उन्होंने लिखा कि लोगों की भावना का सम्मान करते हुए, खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यान चंद खेल रत्न (Major Dhyan Chand Khel Ratna) पुरस्कार कहा जाएगा.