झांसी: जिले के डीएम आन्द्रा वामसी ने सोमवार को विकास भवन सभागार में प्राइवेट नर्सिंग होम एसोसिएशन के सदस्यों और प्राइवेट डॉक्टरों के साथ बैठक की. डीएम ने डॉक्टरों से कहा कि जनपद में कोविड से हो रही मरीजों की मौत को रोकने के लिए सभी को अपने यहां आने वाले मरीजों का एंटीजन टेस्ट करना अनिवार्य है. यदि मरीज निगेटिव आए तो इलाज करें और यदि पॉजिटिव पाया जाता है तो आइसोलेट करें और सूचना दें, जिससे उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जा सके.
डीएम ने जनपद में ऐसे 25 नर्सिंग होम, जहां सबसे ज्यादा मरीज आते हैं, उन्हें आने वाले सभी मरीजों की एंटीजन टेस्ट करने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि एंटीजन किट उपलब्ध कराई जा रही है. सुबह एंटीजन किट प्राप्त करेंगे और शाम पांच बजे तक रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा कर लेते हैं तो कोविड में हो रही मौतों पर रोक लगा सकते हैं. मरीजों को यदि सही समय पर इलाज उपलब्ध हो तो उन्हें बचाया जा सकता है. प्राइवेट नर्सिंग होम में यदि मरीज अभद्रता करता है तो उसका आधार नंबर और आईसीएमआर फार्म उपलब्ध कराएं ताकि कार्रवाई की जा सके.
बैठक में यह भी सुनिश्चित किया गया कि प्राइवेट पैथोलॉजी को भी एंटीजन टेस्टिंग किट उपलब्ध कराई जाए, जिससे अधिक से अधिक लोगों की जांच हो सके. जांच अधिक लोगों की होगी तो लोगों को कोविड से बचाना आसान होगा. जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में एल-1और एल-2 हॉस्पिटल की समस्या नहीं है. एल-3 हॉस्पिटल में समस्या है. बेड कम पड़ गए हैं. इससे निपटने के लिए टेस्टिंग में तेजी लानी होगी और सभी इस कार्य में सहयोग करें.
बैठक में सीडीओ शैलेष कुमार, नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय, अध्यक्ष नर्सिंग होम एसोसिएशन डॉ. एके सांवल, उप प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ. एसएन सेंगर, डॉ. राजीव कपूर, डॉ. सतीश अग्रवाल, डॉ. अनु निगम सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे.
झांसी: प्राइवेट नर्सिंग होम में सभी मरीजों के एंटीजन टेस्ट कराने के निर्देश
उत्तर प्रदेश के झांसी में डीएम आन्द्रा वामसी ने सोमवार को प्राइवेट नर्सिंग होम एसोसिएशन के सदस्यों और प्राइवेट डॉक्टरों के साथ बैठक की. बैठक में सुनिश्चित किया गया कि प्राइवेट पैथोलॉजी को भी एंटीजन टेस्टिंग किट उपलब्ध कराई जाए, जिससे अधिक से अधिक लोगों की जांच हो सके. इससे मरीजों को सही समय पर इलाज मिल सकेगा और उन्हें कोरोना से बचाना भी आसान होगा.
झांसी: जिले के डीएम आन्द्रा वामसी ने सोमवार को विकास भवन सभागार में प्राइवेट नर्सिंग होम एसोसिएशन के सदस्यों और प्राइवेट डॉक्टरों के साथ बैठक की. डीएम ने डॉक्टरों से कहा कि जनपद में कोविड से हो रही मरीजों की मौत को रोकने के लिए सभी को अपने यहां आने वाले मरीजों का एंटीजन टेस्ट करना अनिवार्य है. यदि मरीज निगेटिव आए तो इलाज करें और यदि पॉजिटिव पाया जाता है तो आइसोलेट करें और सूचना दें, जिससे उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जा सके.
डीएम ने जनपद में ऐसे 25 नर्सिंग होम, जहां सबसे ज्यादा मरीज आते हैं, उन्हें आने वाले सभी मरीजों की एंटीजन टेस्ट करने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि एंटीजन किट उपलब्ध कराई जा रही है. सुबह एंटीजन किट प्राप्त करेंगे और शाम पांच बजे तक रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा कर लेते हैं तो कोविड में हो रही मौतों पर रोक लगा सकते हैं. मरीजों को यदि सही समय पर इलाज उपलब्ध हो तो उन्हें बचाया जा सकता है. प्राइवेट नर्सिंग होम में यदि मरीज अभद्रता करता है तो उसका आधार नंबर और आईसीएमआर फार्म उपलब्ध कराएं ताकि कार्रवाई की जा सके.
बैठक में यह भी सुनिश्चित किया गया कि प्राइवेट पैथोलॉजी को भी एंटीजन टेस्टिंग किट उपलब्ध कराई जाए, जिससे अधिक से अधिक लोगों की जांच हो सके. जांच अधिक लोगों की होगी तो लोगों को कोविड से बचाना आसान होगा. जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में एल-1और एल-2 हॉस्पिटल की समस्या नहीं है. एल-3 हॉस्पिटल में समस्या है. बेड कम पड़ गए हैं. इससे निपटने के लिए टेस्टिंग में तेजी लानी होगी और सभी इस कार्य में सहयोग करें.
बैठक में सीडीओ शैलेष कुमार, नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय, अध्यक्ष नर्सिंग होम एसोसिएशन डॉ. एके सांवल, उप प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ. एसएन सेंगर, डॉ. राजीव कपूर, डॉ. सतीश अग्रवाल, डॉ. अनु निगम सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे.