झांसी: गैर राज्यों में रह रहे प्रवासी मजदूरों का आना अभी बंद नहीं हुआ है. भीषण गर्मी में परेशानियों का सामना करते हुए वे सफर कर रहे हैं. ऐसा ही एक वाक्या झांसी में उस समय देखने को मिला जब सूरत से रायबरेली जा रही एक महिला को श्रमजीवी एक्सप्रेस में प्रसव पीड़ा होने लगी. इसकी सूचना जैसे ही रेलवे प्रशासन को हुई उसी समय महिला को ट्रेन से उतारकर झांसी रेलवे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई गई.
मिली जानकारी के मुताबिक मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रायबरेली जनपद की रहने वाली रजनी निषाद अपने पति के साथ सूरत में रह रही थी. उनका पति एक प्राइवेट कंपनी में मजदूरी करता था. लॉकडाउन की वजह से काम बंद हो गया. सूरत में उन्हें खाने-पीने की दिक्कत होने लगी. इसलिए वे श्रमजीवी एक्सप्रेस से अपना रजिस्ट्रेशन करा कर गृह जनपद रायबरेली जा रहे थे.
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बुधवार को सूरत से रायबरेली जा रही श्रमिक एक्सप्रेस में गर्भवती रजनी निषाद अपने पति के साथ सफर कर रहीं थीं. चलती ट्रेन में ललितपुर और झांसी स्टेशन के बीच उनको प्रसव पीड़ा होने लगी. आनन-फानन में इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी गई. रजनी की ट्रेन जैसे ही झांसी स्टेशन पर पहुंची पहले से ही वहां एंबुलेंस खड़ी का इंतजाम कर लिया गया था. ट्रेन आने के बाद रजनी को उनकी बोगी से उतारकर एंबुलेंस के माध्यम से रेलवे हॉस्पिटल तक लाया गया. रेलवे हॉस्पिटल में रजनी ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. बच्चे के जन्म के बाद डॉक्टरों की टीम और रेलवे प्रशासन ने उन्हें बधाई दी.