झांसी: लम्पी वायरस (lumpy virus) के कहर को रोकने के लिए नगर निगम प्रशासन ने कमर कस ली है. इसी कड़ी में विभाग ने तीनों कान्हा उपवन में पल रहे 2 हजार गोवंश को क्वारंटीन (सुरक्षित) किया है जबकि नए गोवंश के लिए बल्लमपुर रोड पर नया बाड़ा तैयार किया गया है.
दरअसल, देश के कई हिस्सों में लंपी वायरस ने दहशत फैला दी है. इसे रोकने के लिए सरकार ने ऐहतियाती कदम उठाए हैं. जनपद की सीमाएं सील कर दी गई हैं. अन्य राज्यों से आने वाली गाय और भैंसों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. हाट बाजारों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसी कड़ी में नगर निगम ने भी कान्हा उपवन में पल रहे गोवंश को सेफ जोन में कर दिया है. बल्लमपुर, राजगढ़ और बिजौली में नगर निगम के 3 कान्हा उपवन हैं, जिनमें 2 हजार गोवंश शरण लिए है. इन मवेशियों को क्वांरटीन (सुरक्षित) कर दिया गया है और यहां नए गोवंश को रखने पर फिलहाल रोक लगा दी है. अगर कहीं से गोवंश आता है और उसे आश्रय देना है, तो इसके लिए बल्लमपुर रोड पर बाड़ा बनाया गया है.
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वहीं, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि झांसी मंडल और जनपद में अभी तक लंपी का कोई भी केस सामने नहीं आया है. इसको लेकर सर्विलांस टीमें बना रखी है. सभी डॉक्टरों को बोल दिया है कि अगर कोई भी शिकायत आती है तो तुरंत उसे बताएं. फिलहाल अभी ऐसी कोई भी सूचना प्राप्त नहीं हुई है. कहा कि लंपी के लक्षण में सबसे पहले तेज बुखार आना, नाक और मुंह से पानी रिसना, पैरों में सूजन आना, दूध में एकदम से गिरावट आ जाना, भोजन में कमी आ जाना और कुछ दिनों बाद उसमें कांटे उभर आने के बाद गांठे पड़ जाना हैं आदि शामिल हैं. इन लक्षणों को लेकर सावधान रहें. डॉ. सुरेश ने बताया कि गाय इससे बची रहे. इसको लेकर शासन प्रशासन की ओर से सभी बॉर्डर पर ट्रको में आने जाने वाले गोवंश पशुओं की जांच की जा रही है ताकि कोई भी संक्रमित पशु झांसी जनपद में न जा सके.