जौनपुर: जिले के स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. मामला जौनपुर के सिंगरामऊ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां पर तैनात डॉ बीएस पांडे चिकित्सक के रूप में कार्यरत हैं. इनके पास डीएलएड में एडमिशन के लिए मेडिकल सर्फिकेट बनवाने 2 छात्र पहुंचे, जिनसे फिटनेस प्रमाण पत्र के लिए डॉक्टर ने 300 रुपये की मांग की. छात्रों ने जब 200 रुपये दिए तो डॉक्टर ने केवल एक ही सर्टिफिकेट बनाया, जबकि दूसरा सर्टिफिकेट बनाने के लिए डॉक्टर ने और पैसों की मांग की. डॉक्टर के इस पूरे कारनामे का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जांच की बात कही है.
क्या है पूरा मामला
- जौनपुर के स्वास्थ विभाग में डॉक्टर खुलेआम रिश्वतखोरी कर रहे हैं.
- डॉक्टर की रिश्वतखोरी का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह मेडिकल सर्टिफिकेट के नाम पर दो युवकों से 300 रुपये की मांग कर रहे हैं.
- उन्होंने वीडियो में यहां तक कहा है कि वह इससे एक पैसा कम नहीं लेंगे क्योंकि वह अपने रिस्क पर काम कर रहे हैं.
- जब छात्र ने 200 रुपये दिए तो डॉक्टर ने केवल एक ही सर्टिफिकेट बनाया जबकि दूसरे के लिए और पैसे की मांग करने लगे.
- वीडियो वायरल के बाद जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि डॉक्टर का पहले ही रायबरेली के लिए ट्रांसफर हो चुका है.
- उनका कहना है कि अगर डॉक्टर अभी भी डयूटी कर रहा है तो उसकी जांच कराई जाएगी.