जौनपुर: यूपी (UP Assembly Election 2022) में चुनावी तारीखों के ऐलान से पहले सभी विपक्षी नेता एक दूसरे पर जवाबी निशानेबाजी करने में लगे हुए हैं. इन सबके बीच रविवार को कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर (Anil Rajbhar) ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी व समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के गठबंधन पर प्रहार करते हुए ओमप्रकाश राजभर (Omprakash rajbhar) को असलम राजभर बताया. उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेलदेव के दुश्मन की मजार पर चादर चढ़ाने वाले बिरादरी के गद्दार हैं. 18 साल तक बिरादरी के लोगों ने हर तरह से उनका सहयोग किया और वो गाजी की मजार को रोशन करने वालों के साथ खड़े हो गए.
कैबिनेट मंत्री भाजपा की ओर से रविवार को जौनपुर जिले के मजडीहां गांव स्थित सनराइज पब्लिक स्कूल के पास मैदान में आयोजित पिछड़ा वर्ग सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. सभा के दौरान उन्होंने कहा कि पिछड़ों ने मोदी पर भरोसा किया और आज वो संसार के सबसे लोकप्रिय नेता बने.
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उन्होंने पिछड़ों का दिन बदलने का काम किया. पिछड़ी जातियों के लोग साठ वर्षों तक देश में कांग्रेस और यूपी में सपा, बसपा की सरकार बनाते रहे. ये दल पिछड़ों के बूते अपना दिन बदलते रहे, लेकिन किसी ने इनके भले की नहीं सोची. कांग्रेस, सपा, बसपा परिवार को बढ़ावा देने वाले दल हैं. जबकि भाजपा ने केशव मौर्य को उप मुख्यमंत्री, फागू चौहान को राज्यपाल, संगीता बलवंत, धर्मवीर प्रजापति को मंत्री बनाकर पिछड़ों का सम्मान बढ़ाने का काम किया है.
राज्यमंत्री गिरीश चंद यादव ने कहा कि 2014 के चुनाव में बसपा का सूपड़ा साफ हुआ तो 2017 में बुआ-बबुआ एक होकर मैदान में उतरे और दोनों की हालत खराब रही. आगामी विधानसभा चुनाव में पिछड़ों का हित सुरक्षित रखने के लिए योगी सरकार का बनना बहुत जरूरी है.
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