जौनपुरः लखनऊ से वाराणसी जाते समय सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने जौनपुर में एक ढाबे पर रुके. यहां उन्होंने अपने शूद्र वाले बयान पर सफाई दी. साथ ही यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को लेकर सरकार पर निशना साधा. उन्होंने कहा कि सभी मुद्दों पर फेल सरकार इन्वेस्टर समिट नाम पर नाटक कर रही है. इतना ही नहीं उन्होंने सरकारी नौकरी को लेकर पर सरकार पर सवाल खड़े किए.
सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने शनिवार को शूद्र वाले बयान पर बचाव करते हुए कहा कि 'कुछ धर्म के ठेकदार धर्म के नाम पर देश की महिलाओं, आदिवासियों, पिछड़ों, दलितों को अपमानित करने का काम करते हैं. मेरी मान्यता है कि हर धर्म का उद्देश्य व मकसद मानव कल्याण व मानवता का सशक्तिकरण करना है. गाली देना धर्म नहीं है, अपमानित करना धर्म नहीं है. हमारा विरोध न ही क्षत्रिय समाज, न ही वैश्य समाज का और न ही कायस्थ समाज कर रहा है. एक वर्ग विशेष के लोगों ने हमारा विरोध करने का काम किया है'. उन्होंने कहा की 'वो जप तप करते हैं, जो हमारा विरोध कर रहे हैं, जिन्होंने इसको अपने इगो से जोड़कर रखा है, अगर ईश्वर है तो उनसे प्रार्थना करता हूं कि प्रभु इन्हें सद्बुद्धि दें'.
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट पर हमला बोलते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि 'आज पूरे देश मे नौजवानों को बेरोजगारी का कष्ट सहना पड़ रहा है, सरकारी नौकरियां गायब होती जा रही हैं, इन्वेस्टर समिट व ग्लोबल समिट सिर्फ दिखावा व छलावा है. आज तक उत्तर प्रदेश में कोई भी उद्योग कारखाने नहीं लगे, जिससे बड़े पैमाने पर बेरोजगारी बढ़ी है. नौजवान निराश हैं, सरकार सभी मुद्दों पर फेल है. महंगाई बेतहासा बढ़ी है. देश की गरीब, महिलाएं, किसान सभी महंगाई से त्रस्त हैं. जीएसटी लघु एवं सीमांत और लघु एवं मध्यम वर्ग के व्यापारी से धन उगाही का माध्यम बना लिया गया है'.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि 'आज व्यापारी परेशान हैं. सारे विकास कार्य ठप्प हैं. केवल नाम बदलना, पत्थर लगाना आदि करके झूठी वाहवाही लूटने का काम सरकार कर रही है. यही नहीं आजादी के बाद ये पहली सरकार है, जिसने सरकारी उपक्रम के प्रतिष्ठानों को निजी क्षेत्र में बेचने का पाप कर रही है. शुरुआती दौर में केडीएम के लीडर विश्विद्यालय के नेता मांग करते थे कि निजी क्षेत्रों का राष्ट्रीयकरण किया जाय, लेकिन भाजपा की सरकार की एक ऐसी सरकार है जो राष्ट्रीय संपत्ति व विभाग को अपने चहेते को हाथ में कौड़ियों के दाम बेचने का काम कर रही है'.
उन्होंने कहा कि 'देश के सभी एयरपोर्ट, बंदरगाह, एयर इंडिया, सभी रेलवे स्टेशन, कई दर्जन ट्रेनें व साथ ही में एलआईसी जैसी संस्था को, बैंकों को भी इन पूंजीपतियों के हवाले कर दिया है. ये देश का दुर्भाग्य है. आज नौजवानों को जिन सरकारी संस्थानों में नौकरी मिलनी चाहिए उद्योगपति के हाथों में होने के कारण नौजवानों को आज क्या कभी भी सरकारी नौकरी मिलने वाली नहीं है. यहां तक कि सरकार की मंशा है कि न रहे बांस न बजे बांसुरी, न रहेगा सरकारी विभाग न नौजवान मांगे सरकारी नौकरी. इस तर्ज पर नौजवानों के साथ धोखा किया जा रहा है.
समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि 'सभी मुद्दों पर फेल सरकार यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के नाम पर नाटक कर रही है. आज किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है. आज किसानों की फसल को छुट्टा जानवर फसलों का नुकसान कर रही है. सरकार इन्वेस्टर समिट के नाम पर सरकार अपनी असफलताओं पर पर्दा डालने का काम कर रही है'.