जौनपुर : समाज में आज भी लैगिंक भेदभाव कायम है. समाज में आज भी लड़कों की चाहत में लड़कियों को भ्रूण में ही मारने का शिलशिला जारी है. वहीं अब योगी सरकार परिषदीय स्कूलों की छात्राओं के माध्यम से समाज में लिंग भेद को खत्म करने के लिए कठपुतली का नाटक कराएगी.
इन दिनों जौनपुर में परिषदीय स्कूल की छात्राओं को ट्रेनिंग दी जा रही है कि वो कैसे समाज की सोच को बदलें. छात्राएं भी उत्साह और जोश के साथ इस कार्यक्रम में बखूबी हिस्सा ले रही हैं. सीखने के बाद छात्राओं की टोली गांव-गांव में जाकर कठपुतली नाटक के माध्यम से लड़के-लड़की के बीच भेद को खत्म करने का प्रयास करेगी.
सरकारी प्रयास के माध्यम से बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की कोशिश शुरू हुई है. जौनपुर के धर्मापुर ब्लॉक के कस्तूरबा बालिका विद्यालय में जिले की चुनी हुई परिषदीय स्कूल की छात्राओं को कठपुतली नाटक से समाज में कैसे लिंग भेद को समाप्त किया जाए, इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है. समाज में आज भी लड़कियों को केवल नाम के लिए पढ़ाया जाता है. छात्राओं की टोली अब स्कूल को छोड़ चुकी बालिकाओं को स्कूल जाने के प्रेरित भी करेंगी. पहली बार इस तरह सरकार प्रयास कर रही है.
छात्रा शैल ने बताया कि यहां पर कठपुतली के माध्यम से नाटक सीख रही हैं. वो नाटक के माध्यम से समाज में लिंग भेद को कम करने का प्रयास करेंगी. वहीं कस्तूरबा बालिका विद्यालय में नाटक सीख रही छात्रा साक्षी मौर्या ने बताया वो कठपुतली के माध्यम से गांव में जाकर लड़के-लड़की के बीच हो रहे भेद को कम करने का प्रयास करेंगी और घर बैठी बालिकाओं को स्कूल से जोड़ेंगी.
जिले की बालिका शिक्षा की समवन्यक शोभा तिवारी ने बताया कि सरकार के प्रयास से वो कठपुतली नाटक की ट्रेनिंग छात्राओं को दे रही हैं. यह छात्राएं सीखने के बाद समाज में जाकर नाटक के माध्यम से लड़के-लड़की के बीच हो रहे भेदभाव को दूर करने का प्रयास करेंगी.